Last Updated on October 18, 2019 by Jivansutra
Premature Ejaculation Causes and Treatment in Hindi
“शीघ्रपतन या प्रेमेचर एजाकुलेशन पुरुषों की एक विश्वव्यापी यौन समस्या है, जिसके कारण न तो वह स्वयं और न ही उनका साथी सेक्स का सही प्रकार से आनंद उठा सकता है। कुछ रिपोर्ट्स के आधार पर यह अनुमान लगाया गया है कि हर 3 में से 1 पुरुष को अपने पूरे जीवनकाल में, एक बार कभी न कभी, शीघ्रपतन की समस्या से जरुर दो-चार होना पड़ता है।”
Premature Ejaculation Meaning in Hindi प्रीमेचर इजाकुलेशन का अर्थ
Premature Ejaculation का अर्थ है – शीघ्रपतन, वीर्य का शीघ्र स्खलन। प्रीमेचर इजाकुलेशन का प्रयोग पुरुषों की उस यौन समस्या के सन्दर्भ में किया जाता है जिसमे उनका वीर्य बहुत ही कम समय में छूट जाता है। आज हम आपको Premature Ejaculation के बारे में विस्तार से बतायेंगे, ताकि आप इसे सही प्रकार से समझ सकें। विशुद्ध यौन संचारित रोगों को छोड़ दिया जाय, तो शीघ्रपतन संसार के सभी पुरुषों की सबसे बड़ी यौन समस्या है।
अनियमित जीवनशैली, दूषित चिंतन और अनियंत्रित कामवासना के कारण, आज यह साधारण सी यौन समस्या, एक भयंकर महामारी के रूप में दुनिया के कोने-कोने में फैल गयी है। हालत यह है कि आज अधिकाँश नौजवान और प्रौढ़ व्यक्ति इस समस्या के चंगुल में फँसे हैं। वैसे तो शीघ्रपतन को रोग कहना उचित नहीं होगा, क्योंकि न तो इसमें शरीर को किसी प्रकार की पीड़ा होती है, न ही स्वास्थ्य का क्षरण होता है।
और न ही दैनिक जीवन के क्रियाकलापों को पूरा करने में ही कोई व्यवधान आता है। हाँ यौन संबंध बनाते समय अवश्य कुछ समस्या का सामना करना पड सकता है। लेकिन यदि आप Premature Ejaculation को रोग ही मानते हैं, तो जान लें इस समस्या की जड शारीरिक कम और मानसिक अधिक है और अपने जीवन और विचारों को संयमित बनाकर इससे आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है।
उच्छ्रंखल स्वभाव और अमर्यादित आदतों ने युवा पीढ़ी के सिर्फ शरीरों को ही खोखला नहीं किया है, बल्कि उनके मन-मस्तिष्क पर भी भीषण चोट पहुँचाई है। इससे पहले कि हम शीघ्रपतन के कारण, लक्षण और इसके उपचारों के विषय में चर्चा करें, यह जानना अत्यंत आवश्यक है कि आखिर यह शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) है क्या बला?
What is The Premature Ejaculation in Hindi
जानिये आखिर क्या है शीघ्रपतन
शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) पुरुषों से संबंधित एक यौन समस्या है जिसमे वह संभोग या मैथुन क्रिया में, चरम बिंदु पर पहुँचे बिना ही स्खलित हो जाता है। इसे अर्ली इजाकुलेशन, रैपिड इजाकुलेशन और रैपिड क्लाइमेक्स के नाम से भी पुकारा जाता है। ज्यादातर लोग सोचते हैं कि सम्भोग करते समय जिनका वीर्य कुछ ही मिनटों में निकल जाता है, सिर्फ उन्ही लोगों को शीघ्रपतन की समस्या रहती है।
क्योंकि एक स्वस्थ और बलिष्ठ व्यक्ति को कम से कम 30 से 45 मिनट सम्भोग तो अवश्य ही करना चाहिये। वह लोग जो यह सोच-सोचकर चिंता में घुले जा रहे हैं, उन्हें पता होना चाहिये कि दुनिया का शक्तिशाली से शक्तिशाली व्यक्ति भी 45 मिनट तक लगातार सम्भोग नहीं कर सकता है। अरे इंसान तो इंसान, घोडे जैसा बलिष्ठ जानवर भी इतनी देर तक स्खलित हुए बिना नहीं रह सकता है।
जानकारी के लिये बता दें कि संभोग के दौरान दुनिया भर के लोगों का औसत वीर्यपात समय मात्र 4 से 8 मिनट है और यदि कोई व्यक्ति इससे अधिक समय तक स्खलित हुए बिना मैथुन क्रिया को जारी रखता है, तो उसे देरी से होने वाला स्खलन (Delayed Ejaculation) कहते हैं।
शीघ्रपतन को सही अर्थों में समझिये
संसार के कई प्रख्यात सेक्सोलॉजिस्ट के अनुसार यदि कोई व्यक्ति किसी स्त्री के साथ संभोग करते हुए 1 मिनट तक अपना वीर्य स्खलित होने से रोक सके, तो उसे शीघ्रपतन की समस्या नहीं है। लेकिन यदि वह एक मिनट से पहले ही स्खलित हो जाता है, तो उसे निश्चित रूप से “प्रेमेचर एजाकुलेशन” की समस्या है।
इसीलिये यदि आप सेक्स करते समय, सम्भोग क्रिया को एक-दो मिनट भी जारी रख सकें, तो आपको बिना मतलब की चिंता करके अपना ब्लड प्रेशर बढाने की कोई जरुरत नहीं है। शीघ्रपतन के कारण कुछ लोगों के मन में तो इस बात का भी डर बैठ जाता है कि कहीं उन्हें पिता बनने में ही कोई समस्या न पैदा हो जाय।
इस तरह के सैकड़ों विचार उनके मन में उठने लगते हैं और विवाहित जीवन के वह सबसे अमूल्य और खुशनुमा पल जिनमे जीवन का आनंद उठाया जाना चाहिये था, चिंता और दुःख में बीतने लगते हैं। अज्ञानता के कारण युवाओं के मन में, Premature Ejaculation के विषय में, जो भ्रांति बैठ गयी है, उसके निवारण के लिये सबसे पहले इस समस्या के लक्षणों पर विचार करना आवश्यक है।
Symptoms of Premature Ejaculation in Hindi
यह हैं पुरुषों में शीघ्रपतन के मुख्य लक्षण
सेक्सोलोजिस्ट या काम कला के विशेषज्ञों ने, शीघ्रपतन से पीड़ित रोगीयों के कई लक्षण बताये हैं, जिन्हें जानकर आप आसानी से इस बात का पता लगा सकते हैं कि कहीं आप भी तो Premature Ejaculation का शिकार नहीं हैं। ध्यान दीजिये, शीघ्रपतन का, शक्तिशाली या भरे-पूरे शरीर से कोई लेना देना नहीं है। बाहर से तंदुरुस्त और बिल्कुल सही दिखने वाला व्यक्ति भी, शीघ्रपतन का रोगी हो सकता है। प्रेमेचर एजाकुलेशन के कुछ लक्षण यहाँ दिये जा रहे हैं –
1. जब कोई पुरुष सम्भोग के पूर्व की जाने वाली प्राक क्रीडा (स्त्री के यौन अंगों का स्पर्श करना, आलिंगन आदि क्रियाएँ) या फोरप्ले के दौरान ही स्खलित हो जाय।
2. जब किसी पुरुष का वीर्य, स्त्री की योनि से अपना लिंग स्पर्श कराते ही स्खलित हो जाय।
3. जब मैथुन करने की इच्छा रखने वाला कोई पुरुष, स्त्री की योनि में अपना लिंग प्रविष्ट कराते ही तुरंत स्खलित हो जाय।
4. जब किसी पुरुष का लिंग, स्त्री की योनि में प्रविष्ट होने के पश्चात, घर्षण और मर्दन करते हुए एक मिनट से कम समय में ही वीर्यपात कर दे।
Premature Ejaculation शीघ्रपतन की अवस्था बताते हैं यह लक्षण
Premature Ejaculation के यह चार लक्षण, इस रोग की चार स्थितियों की ओर भी संकेत करते हैं। जैसे, क्रम संख्या 1, शीघ्रपतन की सबसे गंभीर स्थिति का संकेत करती है, उसके पश्चात क्रम संख्या 2, 3 और 4 वाले रोगी की समस्या उतनी ही कम जटिल है। वैश्विक स्तर पर शीघ्रपतन के समस्त रोगियों में 2 प्रतिशत पुरुष, शीघ्रपतन की प्रथम अवस्था से ग्रस्त हैं।
जबकि 5 प्रतिशत रोगी दूसरी अवस्था से, 15 प्रतिशत तीसरी अवस्था से और 78 प्रतिशत चौथी अवस्था से पीड़ित हैं। कई स्रोतों से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर यह तथ्य सामने आया है कि अधिकांश नवयुवक जिनका विवाह होने वाला है या फिर जो हाल ही में दाम्पत्य सूत्र में बंधे है, शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) के मनोकल्पित भय से बहुत परेशान रहते हैं।
वे सोचते हैं कि यदि मै अपनी पत्नी को शारीरिक संतुष्टि नहीं दे सका, तो वह मेरे बारे में क्या सोचेगी? अगर मै सम्भोग करते समय जल्दी स्खलित हो गया, तो वह ओर्गास्म या चरम सुख से वंचित रह जायेगी और फिर न तो मेरा सम्मान करेगी और न ही अपने करीब आने देगी।
Hype of The Premature Ejaculation in Hindi
आखिर क्या है शीघ्रपतन के भ्रम का कारण
अब जब आप जान गये हैं कि यदि पुरुष स्त्री की योनि में अपना लिंग प्रविष्ट कराकर, घर्षण करते हुए एक मिनट की अवधि तक स्खलित न हो, तो उसे यह रोग नहीं है। तो फिर नौजवानों के मन में गहराई तक बैठ चुके इस भ्रम का क्या कारण है? दरअसल इस समस्या की वास्तविक जड़ है – उनकी संगति। अक्सर नौजवानों के मित्रों में विवाहित और विवाह से पूर्व ही संभोग का अनुभव प्राप्त करने वाले लोग भी शामिल रहते हैं।
जो बताते हैं कि उसने अपनी पत्नी या महिला मित्र के साथ आधे से एक घंटे तक सम्भोग किया है। अपने दोस्तों की यह बाते सुनकर, जब कोई व्यक्ति अपनी पत्नी से संभोग करता है और वह जल्दी स्खलित हो जाता है, तो उसके मन में यह बात बैठ जाती है कि उसे शीघ्रपतन का रोग हो गया है। लेकिन वास्तविकता कुछ और ही है जो कि इस प्रकार है –
‘बढ़-चढ़कर बातें बनाना और अपनी श्रेष्ठता सिद्ध करने का प्रयास करना’, यह आदत संसार के दो-तिहाई से भी ज्यादा लोगों में होती है। यह स्वभावगत विशेषता, अपने मित्रों और संबंधियों के सामने कुछ ज्यादा ही प्रकट होती है, क्योंकि उनके सामने हम अपने प्रभाव का, अपनी शक्ति का प्रदर्शन करना चाहते हैं, ताकि अपना अहं संतुष्ट हो सके।
संभोग काल से जुड़े भ्रम कतई न पाले
यदि इस मानवीय पहलू पर ध्यान दिया जाय, तो आसानी से समझ में आ जाता है कि कैसे 4-5 मिनट का समय 40 से 50 मिनट में तब्दील हो जाता है। दूसरी बात यह है कि जब कोई व्यक्ति कहता है कि उसने अपनी पत्नी के साथ 30 से 40 मिनट तक संभोग किया है, तो वह उसमे मैथुन से पूर्व की जाने वाली प्राक क्रीडा (फोरप्ले) का समय भी जोड़ लेता है, जो प्रायः 10 से 20 मिनट की अवधि तक चल सकती है।
तो यकीन जानिये इस बात में बिल्कुल भी सच्चाई नहीं है कि कोई व्यक्ति इतनी देर तक सम्भोग कर सकता है। इसलिये अपने मन से शीघ्रपतन के भय को निकाल दें और अपने विवाहित जीवन का भरपूर आनंद लें।
वास्तव में संभोग करते समय जब पुरुष स्त्री की योनि में अपना लिंग प्रवेश कराकर, घर्षण करना शुरू कर देता है, तो लगभग 1 से दो मिनट में ही उसका वीर्य स्खलित हो जाता है।
हाँ दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जो इससे भी ज्यादा समय तक अपने वीर्य को स्खलित होने से रोक सकते है, लेकिन वह भी ज्यादा से ज्यादा 5 से 7 मिनट तक। अगर स्तंभन काल को बढ़ाने वाली कुछ विशेष दवाईयों की मदद न ली जाय, तो 100 में से 99 पुरुष, 7 मिनट से कम समय में ही स्खलित हो जाते हैं। हाँ इन दवाइयों की मदद से, सेक्स टाइम को 20 से 30 मिनट तक लम्बा खींचा जा सकता है, पर यह बिल्कुल निरापद नहीं हैं।
Causes of The Premature Ejaculation in Hindi
जानिये क्या है शीघ्रपतन का वास्तविक कारण
Premature Ejaculation के अर्थ, इसके लक्षणों और इससे जुड़े भ्रमों के बारे में हमने आपको उपर बता ही दिया है। आइये अब जानते हैं कि शीघ्रपतन के इस रोग का वास्तविक कारण आखिर क्या है –
1. जिन पुरुषों के मन में हर समय स्त्री और सेक्स के संबंध में विचार चलते रहते हैं, वह देर-सवेर शीघ्रपतन का शिकार बन जाते हैं।
2. अत्यधिक स्त्री सहवास करना शीघ्रपतन की अवस्था में बहुत खतरनाक है। इससे यह रोग और उग्र रूप धारण कर सकता है।
3. घोड़े, साईकिल आदि पर बैठकर चलना, सभी प्रकार की यौन समस्याओं में नुकसानदायक है, जी हाँ शीघ्रपतन में भी।
4. मधुमेह या ह्रदय रोग से पीड़ित पुरुषों को शीघ्रपतन के रोग से ग्रस्त होने का खतरा रहता है।
5. चिंता, तनाव और अवसाद भी शीघ्रपतन के रोग के लिये जिम्मेदार माने जाते हैं।
6. Erectile Dysfunction से पीड़ित पुरुषों को भी शीघ्रपतन का खतरा बना रहता है।
7. रिलेशनशिप प्रोब्लेम्स की वजह से भी शीघ्रपतन होने की सम्भावना रहती है।
शीघ्रपतन के यह 14 कारण आपके सपने तोड़ सकते हैं
8. कठोर और शुष्क जगहों पर लगातार बैठने से भी लिंगमूल की कोमल नाडीयों पर दबाव पड़ता है। इससे Premature Ejaculation का रोग और तेज हो सकता है।
9. कामवासना को बढाने वाले अश्लील द्रश्य और चलचित्र देखना और इसी प्रकार की पुस्तकें पढना, युवाओं का शीघ्रपतन का रोगी बना सकता है।
10. जो लोग अधिक गर्म भोजन करते हैं और पित्त पैदा करने वाले पदार्थों का भी खूब सेवन करते हैं, उन्हें भी शीघ्रपतन का रोग हो सकता है।
11. नग्न स्त्रियों को देखना, और मन में उनका निरंतर विचार करते रहने से भी शीघ्रपतन का रोग अपनी जड़ जमा लेता है।
12. शरीर में हार्मोन्स का असामान्य स्तर और थाइरोइड की कुछ विशेष समस्याएँ भी शीघ्रपतन का कारण बन सकती हैं।
13. प्रोस्टेट ग्रंथि और मूत्रमार्ग (युरेथ्रा) में सूजन आने से भी शीघ्रपतन की समस्या सिर उठा सकती है।
14. ज्यादा हस्त-मैथुन, स्वप्न दोष और धातु रोग भी शीघ्रपतन का कारण बन सकते हैं।
15. सर्जरी के दौरान नर्व डैमेज होने से भी (Premature Ejaculation) का खतरा पैदा हो सकता है।