Last Updated on February 28, 2020 by Jivansutra
Human Pancreas Facts and Meaning in Hindi
“पैंक्रियास या अग्न्याशय, मानव शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है, क्योंकि यह हमारे शरीर को मिलने वाली उर्जा की चाबी है। 19वीं सदी के आरंभ तक Pancreas के वास्तविक काम के विषय में कुछ भी ज्ञात नहीं था। बाद में ही इस बात का पता चल पाया कि पैंक्रियास से निकलने वाले रस इन्सान के जीवन और शरीर के लिये अनिवार्य हैं।”
Pancreas Meaning in Hindi पैंक्रियास का अर्थ
Pancreas Meaning in Hindi में आज हम आपको पैंक्रियास के अर्थ, इसकी संरचना और कार्यों के बारे में बतायेंगे। क्योंकि शरीर का यह अंग ही हमारे शरीर की उर्जा और शक्ति को मुक्त करने के लिये जिम्मेदार है। Pancreas का अर्थ (Meaning) है – अग्न्याशय और यह मनुष्य के पाचन संस्थान का एक बड़ा ही महत्वपूर्ण अंग हैं, जो उदर में आमाशय के पीछे ही स्थित होता है।
यह रीढधारी प्राणियों के Endocrine System (अंतःस्रावी प्रणाली) का एक ग्रंथिनुमा अंग है, जो शरीर के लिये आवश्यक कई हारमोनों को उत्पन्न करता है। इसके अतिरिक्त यह अग्न्याशयी रस निकालने वाली एक Exocrine Gland (बहिःस्रावी ग्रंथि) भी है। इसके रस में पाचक किण्वक होते हैं जो छोटी आंत में जाकर भोजन पचाने का काम करते हैं।
अग्न्याशय से निकलने वाले मुख्य एंजाइमों का काम प्रोटीन और वसा को पचाना होता है। यह एंजाइम इन तत्वों को तोड़कर उन्हें आँतों द्वारा अवशोषित होने योग्य बना देते हैं। पैंक्रियास शायद शरीर के उन अंगों में से एक है, जिनके बारे में लोग या तो बहुत कम जानते हैं या फिर जिनके बारे में कभी-कभार ही सुना जाता है।
भले ही कुछ चिकित्सा विज्ञानी Pancreas को शरीर का Vital Organ न मानते हों, लेकिन यह अंग इन्सान के जीने के लिये बहुत जरुरी है। क्योंकि यकृत के बाद इसे शरीर का दूसरा बिजलीघर (Powerhouse) माना जाता है। इस लेख में हम आपको अग्न्याशय से संबंधित ऐसे ही कुछ महत्वपूर्ण और अनोखे तथ्यों के बारे मे बताने जा रहे हैं, जिन्हें जानना विद्यार्थियों के लिये बहुत जरुरी है –
Structure of The Human Pancreas in Hindi
Location & Size of Pancreas अग्न्याशय का स्थान और आकार
1. Pancreas शब्द की उत्पत्ति यूनानी शब्द ‘Pánkreas’ से हुई है। जिसमे Pán का अर्थ है – All (समस्त) और Kreas का अर्थ है – Meat (मांसल), इस तरह Pancreas का अर्थ है – “पूर्ण रूप से मांसल”। यह पीले-भूरे रंग का एक माँसल अंग है जो अपने सिर की तरफ से चौड़ा और पश्च भाग की ओर से संकरा और नुकीला होता है। यह शरीर में बायीं ओर आमाशय के पीछे अवस्थित होता है।
2. पैंक्रियास शरीर की महत्वपूर्ण ग्रंथियों में से एक है। इसे एक मिश्रित ग्रंथि (Mixed Gland) भी कहा जाता है। इसकी लंबाई 15-17 सेमी (7 इंच) और चौड़ाई 1.5 से 3.5 सेमी होती है। आकार में यह किसी पेड़ की पत्ती की तरह ही दिखाई देता है।
3. अग्न्याशय को इसके कार्य के आधार पर इन चार भागों में बाँटा जाता है – अग्न्याशय का सिर (Head of Pancreas), अग्न्याशय की गर्दन (Neck of Pancreas), अग्न्याशय का शरीर (Body of Pancreas) और अग्न्याशय का पश्च भाग (Tail of Pancreas)।
4. Pancreas एक अति संवेदनशील अंग है। इसका सिर छोटी आँत के अग्र भाग गृहणी (Duodenum) से जुड़ा रहता है और यह दो रक्त वाहिनियों को घेरे रहता है।
5. एक स्वस्थ व्यक्ति का पैंक्रियास प्रतिदिन लगभग 1.5 से 2.5 लीटर अग्न्याशय जूस (Pancreatic Juices) छोड़ता है।
Pancreas in Hindi अग्न्याशय और रक्त की आपूर्ति
6. पैंक्रियास नियमित रूप से, Autonomous Nervous System (स्वचालित स्नायुतंत्र) के माध्यम से मस्तिष्क और रक्त में हार्मोन्स के माध्यम से, आवश्यक सन्देश प्राप्त करता रहता है, जिससे वह अपने हार्मोन्स के रिसाव को नियंत्रित रखता है।
7. Pancreas को प्रचुर मात्रा में रक्त की आपूर्ति होती है। यह दो धमनियों (Coeliac Artery और Superior Mesenteric Artery) की शाखाओं से रक्त ग्रहण करता है। प्लीहा धमनी (Splenic Artery), अग्न्याशय की तीन शाखाओं (Pancreatic Branches) के जरिये इसकी Neck, Body और Tail को रक्त की आपूर्ति करती है।
8. जबकि सिर, दो धमनियों (Superior और Inferior Pancreaticoduodenal Arteries) के जरिये रक्त ग्रहण करता है, जो इसके पीछे से और सामने से होती हुई इसमें प्रवेश करती हैं।
9. अग्न्याशय के शरीर और गर्दन से एंजाइम प्लीहा शिरा (Splenic Vein) में जाते हैं, जबकि इसका सिर दो अन्य शिराओं (Superior Mesenteric Vein और Portal Veins) में जाकर खुलता है।
Pancreas in Hindi अग्न्याशय की संरचना
10. मानव अग्न्याशय 30 लाख कोशिका गुच्छों (Cell Clusters) से मिलकर बना होता है, जिन्हें पैंक्रियाटिक आइलेट (Pancreatic Islets) कहते हैं। प्रत्येक आइलेट के अन्दर चार प्रकार की कोशिकाएँ होती हैं। जो रक्त शर्करा (Blood Glucose Levels) के स्तर को नियंत्रित करती हैं और हर कोशिका एक अलग प्रकार के हार्मोन का स्राव करती हैं।
11. Pancreas मुख्य रूप से चार प्रकार की कोशिकाओं से बना होता है। जिन्हें α कोशिकाएँ (Alpha Cells), β कोशिकाएँ (Beta Cells), δ कोशिकाएँ (Delta Cells) और γ कोशिकाएँ (Gamma Cells) कहते हैं।
12. पैंक्रियास की चारों कोशिकाओं से स्रावित होने वाले हारमोंस का उद्देश्य, ब्लड शुगर को नियंत्रित रखना है। एल्फा कोशिकाएँ, ग्लूकागन; बीटा कोशिकाएँ, इंसुलिन; डेल्टा कोशिकाएँ, सोमाटोस्टेटिन और गामा कोशिकाएँ, पंक्रेअटिक पॉलीपेप्टाइड का स्राव करके यह काम संपन्न करती हैं।
13. डेल्टा कोशिकाओं से निकलने वाला सोमाटोस्टेटिन, एल्फा और बीटा कोशिकाओं से निकलने वाले स्राव को नियंत्रित करता है।
Top Facts about The Pancreas in Hindi
Pancreas in Hindi अग्न्याशय की कोशिकाएँ
14. पैंक्रियास को काटने पर इसमें दो तरह के कोमल टिश्यू दिखायी पड़ते हैं। हल्के दाग वाली, बड़ी और वृत्ताकार कोशिकाओं के झुंडों को, ‘आइलेट्स ऑफ़ लेंगर्हंस’ कहते हैं, जो उन हारमोंस को पैदा करती हैं, जो अग्न्याशय के अंतःस्रावी ग्रंथि के रूप में किये जाने वाले कामों को अंजाम देते हैं। जबकि गाढे दाग वाली छोटी और बेर जैसे झुण्ड वाली कोशिकाएँ अग्न्याशयी गुच्छिक कहलाती हैं जो बहिःस्रावी नलिकाओं से जुड़ती हैं।
15. यह बहिःस्रावी अग्न्याशय का हिस्सा हैं। आइलेट अंतःस्रावी कोशिकाओं का एक सघन समुच्चय है जो कि झुंडों और डोरियों में बंटा होता है। इनके आसपास आड़ी तिरछी केशिकाओं का एक सघन जाल होता है। आइलेटों की केशिकाओं में अंतःस्रावी कोशिकाओं की परतों का अस्तर होता है, जो रक्त वाहिनियों से सीधे संपर्क में रहने के लिए साइटोप्लास्मी प्रक्रियाओं का प्रयोग करता है।
16. एलन नॉर्स के अनुसार यह आइलेट, हर समय अपने हार्मोन्स को बनाने में लगे रहते हैं और प्रायः अपने आस-पास की अग्न्याशयी कोशिकाओं को ऐसे नजरंदाज करते हैं जैसे कि वह शरीर के किसी दूसरे अंग में हों। अंतःस्रावी अग्न्याशय, रक्त में हार्मोनों का रिसाव करता है, जबकि बहिःस्रावी अग्न्याशय, बहिःस्रावी वाहिनियों के जरिये अग्न्याशयी रस को छोटी आंत में भेज देता है।
17. आइलैंड ऑफ लैंगरहैंस में दो तरह की कोशिकाएँ होती हैं – अल्फा कोशिकाएँ जो ग्लुकागन उत्पन्न करती हैं और बीटा कोशिकाएँ जो इन्सुलिन पैदा करती हैं।
Pancreas in Hindi अद्भुत है अग्न्याशय की संरचना
18. सूक्ष्मदर्शी से अग्न्याशय का विश्लेषण करने पर ज्ञात हुआ है कि Pancreas कई छोटी-छोटी गोलाकार इकाइयों में विभाजित है, जिन्हें अचिनी (Acini) कहते हैं। अचिनी की संरचना गोलाकार होती है और हर अचिनी में एंजाइम स्रावित करने वाली कोशिकाएँ होती हैं।
19. आश्चर्यजनक रूप से अचिनी में प्रत्येक एकल कोशिका, सभी प्रकार के पाचक एंजाइम्स को उत्पन्न करने की क्षमता रखती है।
20. कोशिकाओं द्वारा उत्पन्न एंजाइम्स अचिनी के केन्द्रीय भाग में प्रवेश करते हैं और वहां से डक्ट में चले जाते हैं, जो उन्हें मुख्य स्रावी तंत्र तक पहुँचा देती है।
21. यह नलिकाएँ (Ducts) बहुत ही पतली/संकरी होती है। जैसे-जैसे एंजाइम्स आगे बढ़ते चले जाते हैं, वह और भी बड़ी डक्टस में प्रवेश करते चले जाते हैं और अंततः Pancreatic Duct में पहुँच जाते हैं।
22. यह पूरा Duct System उन कोशिकाओं से निर्मित है जो बाईकार्बोनेट आयन्स और पानी का स्राव करते हैं और यही एंजाइम्स को क्षारीय बनाते हैं।
जरुरी हार्मोन्स पैदा करती है अग्न्याशय की कोशिकाएँ
22. 19वीं सदी के अंत और 20वीं सदी के आरंभ में कई अध्ययनों में यह पाया गया था कि पैंक्रियास में डक्ट और अचिनी के बीच छोटे-छोटे कोशिका गुच्छक अवस्थित होते हैं। यह कोशिकाएँ डक्ट से जुडी हुई नहीं होती हैं और पैंक्रियास के अन्दर हार्मोन्स के आंतरिक उत्सर्जन के लिये जिम्मेदार होती हैं।
23. इन कोशिकाओं को इनके खोजकर्ता के नाम पर ‘लैंगरहैंस का द्वीप (Islands of Langerhans)’ कहते हैं। पहले यह समझा गया था कि इन कोशिकाओं से निकलने वाले इन्सुलिन नामक हार्मोन्स के स्राव में कमी या अनुपस्थिति ही इंसानों में मधुमेह के रोग के लिये जिम्मेदार है। हालाँकि बाद में पता चला कि लैंगरहैंस के द्वीप नामवाली यह कोशिकाएँ इंसुलिन को नहीं, बल्कि ग्लुकागन को पैदा करती हैं।
Functions of The Human Pancreas in Hindi
Pancreas in Hindi ऐसे काम करता है अग्न्याशय
24. Pancreas अन्तःस्रावी (Endocrine) और बाह्यःस्रावी (Exocrine) दोनों ग्रंथियों के रूप में कार्य करने वाला शरीर का एकमात्र अंग है। जब यह शरीर के लिये आंतरिक हार्मोन उत्पादक के रूप में कार्य करता है, तब यह Endocrine Gland की भूमिका में होता है और जब यह भोजन के पाचन में बाह्य भूमिका अदा करता है तब यह Exocrine Gland की तरह काम करता है।
25. यकृत से निकलकर पित्त गृहणी में प्रवेश करता है। जहाँ पित्त नलिका (Bile Duct) और अग्न्याशय नलिका (Pancreatic Duct) एक साथ मिल जाते हैं। यहाँ पित्त वसा को छोटे कणों (Micelles) में बदलने के लिये पहले डिटर्जेंट इफ़ेक्ट का इस्तेमाल करता है। जब वसा मिसल्लेस में बदल जाती है तो वसा कणों का पृष्ठ क्षेत्रफल बढ़ जाता है।
26. इसके पश्चात अग्न्याशय से निकला पैंक्रियाटिक लिपसे (Pancreatic Lipase), मिसल्लेस को फैटी एसिड्स और ग्लिसरोल में तोड़ देता है। फिर प्रोटियोलाईटिक एंजाइम, गृहणी (Duodenum) में जाकर, एक अलग प्रकार के एंजाइम एंटेरोकिनसे (Enterokinase) से क्रिया करते हैं इसके बाद यह क्रियाशील होकर पाचन क्रिया शुरू कर देते हैं।
27. यह आश्चर्यजनक है कि Pancreas से जो पाचक रस (Digestive Juice) निकलते हैं, वह इसे ही क्यों नहीं पचा डालते हैं। दरअसल इसका रहस्य बस यह है कि अग्न्याशय इन्हें Proteolytic Enzymes के रूप में स्रावित करता है। अर्थात जब तक यह पैंक्रियास के भीतर रहते हैं तब तक यह पाचक रस क्रियाशील नहीं होते हैं, पर जब यह आंत में पहुँच जाते हैं तब अपना काम शुरू कर देते हैं।
भोजन के पाचन में मदद करता है हमारा अग्न्याशय
28. पैंक्रियास, Exocrine Gland के रूप में कार्य करते समय कई तरह के रसायनों, जिन्हें Digestive Enzymes कहते हैं, का भी निर्माण करता है। जिन्हें यह मुख्य अग्न्याशय नलिका (Main Pancreatic Duct) और सहायक अग्न्याशय नलिका (Accessory Pancreatic Duct) के जरिये छोटी आँत के अग्र भाग यानि गृहणी में भेजता है।
29. Pancreas, आमाशय में उपस्थित भोजन की अम्लीयता के अनुसार, उतने ही क्षारीय रसों को छोड़ता है जो इसकी अम्लीयता को सही प्रकार से दूर कर सके। पैंक्रियास जिन मुख्य एंजाइम को छोड़ता है, वह वसा और प्रोटीन का पाचन करते हैं
30. पैंक्रियास एक पाचक अंग है जो अपने बाईकार्बोनेट युक्त अग्न्याशय रस (Pancreatic Juice) से आमाशय से आँतों में जाने वाले Chyme (अम्लीय लेई में परिवर्तित पेट का भोजन) की एसिडिटी को संतुलित करता है।
31. साथ ही इसमें उपस्थित पाचक एंजाइम, छोटी आँत में पोषक तत्वों (Nutrients) के पाचन और अवशोषण में सहायता करते हैं। यही एंजाइम चाइम में उपस्थित कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और लिपिड्स को तोड़ने में मदद करते हैं।
Pancreas in Hindi कई हारमोंस पैदा करता है अग्न्याशय
32. Pancreas शरीर के लिये आवश्यक कई हारमोनों को उत्पन्न करता है। जैसे – इंसुलिन (Insulin), ग्लुकागन (Glucagon), सोमटोस्टाटिन (Somatostatin) और पंक्रेअटिक पॉलीपेप्टाइड (Pancreatic Polypeptide)। यह सभी हार्मोन रक्त में ही प्रवाहित होते रहते हैं और इसके माध्यम से शरीर के दूसरे हिस्सों में पहुँचकर बेहद महत्वपूर्ण कार्यों को संपन्न करते हैं।
33. अग्न्याशय शरीर के अन्दर रक्त शर्करा के नियंत्रण (Blood Sugar Control) और चयापचय (Metabolism) की प्रक्रिया में भाग लेता है, साथ ही यह अपने Pancreatic Juice से भोजन के पाचन में भी सहायता करता है।
34. Pancreas से दो हार्मोन स्रावित होकर रक्त में मिलते हैं, जो शरीर की रक्त शर्करा (Blood Sugar) या ग्लूकोज को नियंत्रित करते हैं।
35. अग्न्याशय के जूस (Pancreatic Amylase), कार्बोहाइड्रेट को मोनो-सैकराइड और डाई-सैकराइड यानि सरल शर्करा में तोड़ देते हैं।
Pancreas in Hindi बेहद महत्वपूर्ण कार्य करता है अग्न्याशय
36. सन 1664 में डच शरीर विज्ञानी रेगिनर डी ग्राफ (Regnier de Graaf) ने नली के अन्दर भरे द्रव का परीक्षण करने पर पाया कि यह अम्लीय प्रकृति का था। हालाँकि आज हम यह जानते हैं कि Pancreas का रस, पैंक्रियाटिक डक्ट की आन्तरिक कोशिकाओं के कारण क्षारीय प्रकृति का होता है।
37. यह कोशिकाएँ वास्तव में बाईकार्बोनेट आयन को स्रावित करती हैं और अंग के रस को क्षारीय बना देती हैं। उन विशेषज्ञों ने इन तत्वों को फर्मेंट्स का नाम दिया, हालाँकि बाद में फर्मेंट्स का नाम बदलकर एंजाइम्स कर दिया गया।
38. यह फर्मेंट्स यानि एंजाइम्स पाचन की उस क्रिया में मदद करते हैं जो पहले से ही उदर के अन्दर घटित हो रही है। यह एंजाइम्स भोजन के कणों को छोटे अणुओं में तोड़ने में मदद करते हैं ताकि आँतें उन्हें आसानी से अवशोषित कर सके।
39. वहीँ Pancreatic Lipase, वसा को वसा अम्लों (Fatty Acids) और ग्लिसरोल में तोड़ देता है। अंत में विशेषज्ञों ने इस बात का भी पता लगा लिया कि अग्न्याशय के रस में उपस्थित अलग-अलग तरह के प्रोटियोलाईटिक एंजाइम ही प्रोटीन को छोटे पेप्टाइडस और एमिनो एसिड्स में तोड़ते हैं।
Facts about The Pancreatic Hormons in Hindi
यह हैं अग्न्याशय से उत्पन्न होने वाले मुख्य हारमोंस
40. ग्लूकागन और इन्सुलिन पैंक्रियास द्वारा उत्पन्न होने वाले दो मुख्य हारमोंस हैं और यह चयापचय की प्रक्रिया के लिये उर्जा/ईंधन को संग्रह करने, छोड़ने और इस्तेमाल करने के लिये जिम्मेदार हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो यह प्रोटीन, वसा और कार्बोहाइड्रेट से निकलने वाले सभी पोषक तत्वों को शरीर के लिये प्रयुक्त होने लायक बनाते हैं।
41. लेकिन ग्लूकागन और इन्सुलिन का काम सिर्फ इतना ही नहीं है, यह दोनों हार्मोन्स शरीर में ब्लड शुगर को भी नियंत्रित करते हैं। जहाँ इन्सुलिन शरीर में रक्त शर्करा का स्तर घटाता है, वहीँ ग्लूकागन ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा देता है।
42. इन्सुलिन Pancreas से तब स्रावित होता है जब आप भोजन खा लेते हैं या रक्त में शर्करा/शुगर की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। यह अतिरिक्त शर्करा को मांसपेशियों और दूसरी कोशिकाओं में जाने को विवश करता है।
43. क्योंकि रक्त में उपस्थित अधिक शुगर शरीर के अंगों को नुकसान पहुँचाती है। विशेषकर आँखों, गुर्दों, मस्तिष्क और प्रतिरक्षा तंत्र को इससे स्थायी नुकसान पहुँचता है। यही कारण है कि आपको रोजाना ज्यादा मीठा खाने से बचना चाहिये।
शरीर में उर्जा को खोलने की चाबी हैं अग्न्याशय के हार्मोन्स
44. जब रक्त में शर्करा/ग्लूकोस का स्तर निर्धारित मात्रा से कम हो जाता है, तब Pancreas एक अन्य हार्मोन ‘ग्लूकागन’ को छोड़ता है। जो यकृत को अतिरिक्त शर्करा छोड़ने के लिये संदेश देता है, क्योंकि मस्तिष्क और वृक्क समेत कई अंग इस पर निर्भर होते हैं।
45. इन्सुलिन रक्त में ग्लूकोज की सांद्रता (Concentration) कम करता है जिससे ब्लड शुगर का स्तर घटता है और शरीर की कोशिकाएँ उर्जा के लिये ग्लूकोज का इस्तेमाल कर पाती हैं। इसके अलावा इंसुलिन ग्लूकोज को माँसपेशियों और दूसरे उतकों में प्रवेश करने में मदद करता है। यह यकृत को ग्लूकोज का भंडारण करने और फैटी एसिड्स का संश्लेषण करने में मदद करता है।
46. प्रोटीन और विशेषकर कार्बोहाइड्रेट खाने के बाद इन्सुलिन का रिसाव होता है, क्योंकि इनसे रक्त में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है। अगर पैंक्रियास पर्याप्त मात्रा में इन्सुलिन का निर्माण नहीं कर पाता है तो टाइप-1 डायबिटीज का रोग पनप जाता है।
47. ग्लुकागन और इन्सुलिन दोनों एक दूसरे की विपरीत दिशा में काम करते हैं और शरीर में ग्लूकोज के भंडार को संतुलित बनाये रखने की जिम्मेदारी उठाते हैं।
Facts about The Disease of Pancreas in Hindi
अग्न्याशय के रोगों से जुडी महत्वपूर्ण बातें
48. जब Pancreas की बीटा कोशिकाएँ किसी कारण से क्षतिग्रस्त हो जाती हैं या इनकी कार्यक्षमता प्रभावित हो जाय, तब इंसुलिन के उत्पादन की प्रक्रिया बाधित हो जाती है। इसी कारण से डायबिटीज का रोग जन्म लेता है और मधुमेह के रोगियों को मीठी चीज़ों का सेवन करते समय बहुत सतर्क रहना पड़ता है।
49. जब पैंक्रियास में इन्सुलिन का उत्पादन पूरी तरह से बंद हो जाता है तब इस अवस्था को टाइप 1 डायबिटीज के नाम से जाना जाता है। लेकिन यदि अग्न्याशय में इन्सुलिन कम मात्रा में पैदा होता है तो इस रोग को टाइप 2 डायबिटीज कहते हैं।
50. चूँकि Pancreas बहुत से Digestive Enzymes (पाचक किण्वकों) का भंडार है, इसलिये अग्न्याशय की चोट बहुत हानिकारक सिद्ध हो सकती है। पैंक्रियास में छेद होने पर तत्काल उपचार की ज़रूरत होती है।
Pancreas in Hindi क्या है अग्न्याशय की सूजन
51. अग्न्याशय की सूजन को, पैंक्रियाटिटिस (Pancreatitis) कहते हैं। इसके कारण पेट में बहुत तेज दर्द होता है जो पीठ तक फ़ैल जाता है। यह अत्यधिक शराब पीने से और पित्ताशय में बार-बार पथरी बनने से होता है। हालाँकि यह चेचक, घेंघा और कुछ दवाईयों के दुष्प्रभाव से भी हो सकता है।
52. पैंक्रियाटिटिस में अग्न्याशय के भोजन पचाने वाले हिस्से (Exocrine Pancreas) से निकलने वाले एंजाइम ही, इसकी संरचना और उतकों को नष्ट करने पर तुल जाते हैं, लेकिन कुछ विशेष प्रकार की दवाइयों के प्रयोग से यह ठीक हो जाता है।
53. पैंक्रियाटिटिस में शरीर वसा के पाचन और बिलरुबिन के उत्सर्जन में असमर्थ हो जाता है और अक्सर पीला मल और गहरे रंग का मूत्र इसकी पहचान होता है।
54. Pancreas में चीरा लगाने को पैन्क्रिएटोटोमी कहते हैं।