Last Updated on October 8, 2019 by Jivansutra
Spine Meaning and Human Spine Facts in Hindi
Spine Meaning in Hindi क्या है मेरुदंड
Spine शब्द का अर्थ (Meaning) है – मेरुदंड, रीढ़ की हड्डी या बैकबोन। मनुष्य शरीर में ‘रीढ़ की हड्डी’ या मेरुदंड (Vertebral Column या Backbone या Spine), पीठ की हड्डियों का समूह है जो मस्तिष्क के पिछले भाग से निकलकर गुदा के पास तक जाती है। इसमें 33 खण्ड (Vertebrae) होते हैं। मेरुदण्ड के भीतर ही मेरूनाल (Spinal Canal) में मेरूरज्जु सुरक्षित रहता है।Spine Meaning in Hindi में हम केवल रीढ़ की हड्डी से जुड़े तथ्यों के बारे में ही बतायेंगे।
दशकों से वैज्ञानिक, रोबोट को इंसानों की तरह भगाने और चलाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अभी तक एक भी ऐसा कृत्रिम यंत्रमानव नहीं बन पाया है, जो दौड़ने, चलने-फिरने, उठने-बैठने में मनुष्यों की बराबरी कर सके। यदि इंसानी शरीर को किसी वैज्ञानिक की दृष्टि से देखें, तो हम स्वयं पर आश्चर्य किये बिना न रह सकेंगे, क्योंकि शरीर की प्रत्येक क्रिया असाधारण है।
आपको चलना बड़ा आसान लगता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जब हम चलते हैं, तब शरीर का सारा वजन कौन संभालता है, किसके सहारे हम उठते-बैठते और लेटते हैं, किसके सहारे हम अपने शरीर को मनचाहा मोड़ दे पाते हैं और कौन नाचते समय, हमारे हाथ-पैरों के थिरकते हुए भी सारे शरीर को संतुलित रखता है? जी हाँ, आप सही सोच रहे हैं – यह है हमारा मेरुदंड यानि Spine, जिसे आम भाषा में रीढ़ की हड्डी भी कहते हैं।
भले ही स्पाइन, शरीर के 5 Vital Organs में से एक न मानी जाती हो, लेकिन यह मानव शरीर की बुनियाद अवश्य है। जब Spine शरीर का इतना महत्वपूर्ण अंग है, तब इसकी सुरक्षा पर ध्यान देना भी उतना ही आवश्यक हो जाता है। इसीलिये आज के लेख में हम Spine से संबंधित उन 30 महत्वपूर्ण बातों की चर्चा करेंगे, जिनका जानना प्रत्येक व्यक्ति के लिये जरुरी है, ताकि आपका यह अंग लंबे समय तक स्वस्थ रह सके!
Structure of The Human Spine in Hindi
ऐसी होती है मेरुदंड की संरचना
1. Spine को वर्टिब्रल कॉलम (Vertebral Column) भी कहते हैं। इसमे कुल 33 हड्डियाँ होती हैं। यह हड्डियाँ एक-दूसरे से, उपास्थि से बनी Intervertebral Discs के माध्यम से पृथक रहती हैं। स्पाइन को पाँच भागों में बाँटा जाता है और प्रत्येक भाग की अस्थि को ऊपर से नीचे की ओर गिना जाता है।
2. यह पाँच भाग हैं – सर्वाइकल (Cervical), थोरेसिक (Thoracic), Lumbar (लम्बर), Sacrum (सेक्रम) और Coccyx (कोक्सीक्स)। सर्वाइकल में 7, थोरेसिक में 12 और लम्बर में 5 अस्थियाँ होती हैं। जबकि सेक्रम में 5 और कोक्सीक्स में 4 संयुक्त अस्थियाँ होती हैं।
3. बच्चों के शरीर की रीढ़ की हड्डी में 33 वर्टिब्रा होती हैं, जबकि व्यस्क मनुष्यों के शरीर में सिर्फ 26, आखिर यह 7 हड्डियाँ कहाँ चली जाती हैं? दरअसल बात यह है कि नीचे की चार हड्डियाँ जुड़कर हमारी टेलबॉन बनाती है, जबकि पाँच हड्डियाँ पेल्विस का पिछला भाग बनाती हैं।
4. Spine में 24 चलायमान हड्डियाँ (Movable Bones) और एक-एक सेक्रम तथा कोक्सीक्स होता है। गतिशील रहने वाली इन 24 अस्थियों को वर्टिब्रा (Vertebra) या कशेरुका भी कहा जाता है, जबकि सेक्रम तथा कोक्सीक्स, कई हड्डियों का एक दृढ जोड़ होते हैं।
शरीर का आधार है हमारी Spine
5. Spine का एक चौथाई हिस्सा कार्टिलेज से बना होता है, जो एक स्पंजनुमा संरचना होती है और हर कशेरुका को दूसरी से अलग करती है।
6. यह कार्टिलेज (Cartilage) आवश्यकतानुसार फ़ैलने के साथ-साथ सिकुड़ भी सकती हैं।
7. सर्वाइकल की प्रथम कशेरुका को एटलस कहते हैं और यह मनुष्य के कपाल के साथ जुडी होती है।
8. उसके पश्चात हर कशेरुका अपने से तुरंत ऊपर और नीचे वाली कशेरुका के साथ एक संधि बनाती है।
9. रीढ़ की हड्डी (Spine) में 120 से ज्यादा मांसपेशियाँ, 220 लिगामेंट्स और 100 से भी ज्यादा जोड़ होते हैं।
10. हमारी Spine अंग्रेजी के S अक्षर के आकार में होती है।
11. पुरुषों और स्त्रियों के मेरुदंड स्तंभ (Spinal Column) की औसतन लम्बाई, क्रमशः 700 मिमी और 600 मिमी होती है।
Functions of The Human Spine in Hindi
कैसे काम करती है हमारी स्पाइन
12. मानव शरीर में Spine के तीन महत्वपूर्ण काम हैं – यह शरीर का भार सँभालती है, चलने-फिरने के लिये लचक प्रदान करती है और मेरु रज्जु (Spinal Cord) के अन्दर से होकर गुजरने वाली संवेदनशील तंत्रिकाओं और फाइबर को सुरक्षा प्रदान करते हुए, मस्तिष्क का सारे शरीर से संचार सम्बन्ध स्थापित करती है।
13. मनुष्य की रीढ़ की हड्डी (Human Spine) उसके शरीर की लाइफ लाइन होती है। क्योंकि यह हमारे मस्तिष्क और शरीर के बीच, हर रोज 10 लाख से भी ज्यादा तंत्रिका संदेशों (Nerve Messages), को भेजे जाने के लिये जिम्मेदार होती है।
14. रीढ़ की हड्डी के लिगामेंट्स, वर्टिब्रा को एक-दूसरे से जोडे रखते हैं, जो Spine को सही रखने के लिये अनिवार्य हैं। इसके अतिरिक्त यह मेरुरज्जु के भीतर से होकर जाने वाली तंत्रिकाओं को सुरक्षित और स्थिर रखते हैं।
15. Spine को इतना अधिक लचीलापन प्रदान करने का श्रेय, इसके 100 से भी ज्यादा जोड़ों को जाता है जो इसे तरह-तरह के बॉडी मूवमेंट्स करने के लिये सक्षम बनाते हैं।
बेहद मजबूत और लचकदार होता है मेरुदंड
16. क्या आपको पता है कि वाहनों की तरह आपके शरीर में भी शॉक अब्सोर्बेर लगे हुए हैं। कठोर और रेशेदार कार्टिलेज के पैड्स, जिन्हें इन्वर्टिब्रल डिस्क (Intervertebral Discs) कहते हैं, हमारी कशेरुकाओं (वर्टिब्रा) के बीच में सैंडविच की तरह से फंसी रहती हैं। यह आपकी कशेरुकाओं को झटका सहने में सक्षम बनाती हैं।
17. इन सभी डिस्क और स्पाइन का संयोग चलते और कूदते समय लगने वाले ज्यादातर झटकों को सोख लेता है, जिससे आप बिना कोई मुश्किल सहे अपने रोजमर्रा के काम कर पाते हैं।
18. सम्पूर्ण रीढ़ की हड्डी (Spine) एक समान रूप से गतिशील नहीं होती है। थोरेसिक क्षेत्र की तुलना में सर्वाइकल और लम्बर क्षेत्र ज्यादा गतिशील रहते हैं।
19. Spine इतनी लचकदार होती है कि यह मुडकर एक वृत्त का दो-तिहाई घेरा बना सकती है।
20. Spine बहुत ही मजबूत और शक्तिशाली होती है। यह सैकड़ों किलो भार सह सकती है।
Surprising Facts about Human Spine in Hindi
मेरुदंड की चिकित्सा से जुड़े विचित्र तथ्य
21. अगर आपने स्टेम सेल के बारे में सुना है तो हम आपको बताना चाहेंगे कि Stem Cell Treatment से स्पाइन की Spinal Cord की चोट भी ठीक की जा सकती है। यहाँ तक कि कई मामलों में तो यह पैरालायसिस को बिल्कुल ठीक भी कर सकता है। स्टेम सेल मर चुके नर्व सेल का स्थान ले लेते हैं और माय्लिन को सुधारने के लिये नयी सहायक कोशिकाओं को पैदा कर सकते हैं, जो क्षतिग्रस्त अक्संस की दोबारा वृद्धि को प्रेरित करती है। इसके अलावा यह चोट के स्थान वाली कोशिकाओं को और ज्यादा क्षतिग्रस्त होने से बचाते हैं और नुकसानदायक सूजन को कम करते हुए चोट को फैलने से रोकते हैं।
22. क्या आप जानते हैं कि हमारा मेरुदंड (Spine) अपना ख्याल बहुत अच्छी तरह से रख सकता है, नहीं समझे? चलिये हम बताते हैं। कमर दर्द के 80 प्रतिशत से ज्यादा मामलों में हमें किसी प्रकार के चिकित्सा उपचार (Medical Treatment) की जरुरत नहीं होती और वह कुछ दिन तक सीधे लेटकर आराम करने से ही दूर हो जाती हैं। ऐसी ही एक घटना हमारे साथ भी हुई है जिसके बारे में हमने दूसरे लेख में बताया है। हालाँकि अगर दर्द कुछ समय तक लगातार बना रहे और तेज भी हो, तो फिर आपको चिकित्सक की सलाह जरुर लेनी चाहिये।
23. क्या आप जानते हैं कि स्पाइनल टैप (Spinal Tap) यानि मेरुरज्जु का छेद, परेशान करने वाले सिरदर्द का कारण भी बन सकता है। स्पाइनल टैप वह प्रक्रिया है जिसमे एक लम्बी सुई को Spine के अन्दर अवस्थित Spinal Cord के अन्दर चुभोया जाता है। ऐसा अक्सर तभी किया जाता है, जब ऑपरेशन के दौरान मरीज को बेहोश करना हो या फिर किसी चिकित्सीय जांच के लिये मेरुरज्जु के द्रव का सैम्पल लेना हो।
24. Spinal Cord में सुई चुभोने का सबसे आम साइड-इफ़ेक्ट है, सिर का दर्द जो कई दिन तक रह सकता है। हालाँकि वैज्ञानिक इसका कोई ठोस कारण अभी तक बता नहीं पाये हैं, लेकिन एक सिद्धांत के अनुसार – जब Spinal Cord में छिद्र होने पर, उसके अन्दर भरा द्रव (Cerebrospinal Fluid) लगातार उस सूक्ष्म छेद से बाहर निकलने लगता है, तो उस द्रव की कमी की सूचना, मस्तिष्क सिर दर्द के रूप में देता है।
Spine से जुड़े कुछ अविश्वसनीय तथ्य
25. याददाश्त सहेजने का काम सिर्फ आपका मस्तिष्क ही नहीं करता है, बल्कि आपकी Spine में स्थित Spinal Cord की भी अपनी असाधारण स्मृति होती है। यही कारण है कि कम उम्र से ही इसे सही रखने पर अनिवार्य रूप से ध्यान देना चाहिये। इसके लिये आवश्यक है कि जब भी आप बैठे, तो एक सही मुद्रा में और बिल्कुल सीधे बैठें, ताकि आपकी स्पाइन पर कतई दबाव न पड़े।
26. चूँकि Spine की कार्टिलेज डिस्क, गुरुत्व के अभाव में फैलने लगती हैं, इसीलिये अंतरिक्ष से लौटने वाले अंतरिक्षयात्री, धरती पर रहने की तुलना में 1.5 से 2 इंच तक ज्यादा लम्बे हो जाते हैं। शरीर पर पड़ने वाले गुरुत्व के प्रभाव के कारण ही हम रात की तुलना में सुबह के समय ज्यादा लम्बे होते हैं। कार्टिलेज पर गुरुत्व का प्रभाव पड़ने के कारण, समय के साथ-साथ इंसानों की लम्बाई भी कम होती चली जा रही है।
27. भले ही आपको अचम्भा हो, लेकिन यह सच है कि लम्बी गर्दन वाले जिराफ और इन्सान, दोनों प्राणियों की गर्दन में 7 कशेरुकाएँ (Vertebra) होती हैं।
अब तो आप समझ ही गये होंगे कि हमारी Spine शरीर का कितना महत्वपूर्ण अंग है। इस लेख में हमने स्पाइन से जुड़े सिर्फ कुछ ही तथ्यों के बारे में बताया है। लेख लंबा न हो जाय, इसीलिये हमने इसे 3 भागों में बाँटा है। अगले दो भाग इस प्रकार हैं, जिन्हें पढने पर आपको मानव मेरुदंड यानि Human Spine के बारे में सम्पूर्ण जानकरी हो जायेगी।
“रीढ़ की हड्डी (Spinal Cord) में लगने वाली चोटों का ज्यादातर कारण, वाहन दुर्घटनाएँ ही होती हैं।”