Last Updated on October 5, 2019 by Jivansutra
Grapefruit Meaning and Benefits in Hindi
“ग्रेपफ्रूट (Grapefruit) एक प्रसिद्ध फल है जिसे हिंदी में अंगूरफल कहते हैं। आम तौर पर इसका स्वाद खट्टा होता है, लेकिन प्रजातिनुसार यह खट्टे से लेकर खट्टे-मीठे और कुछ-कुछ कड़वे स्वाद जैसा भी होता है। ग्रेपफ्रूट संतरे (C. sinensis) और चकोतरे (C. maxima) के संयोग से तैयार की गयी एक संकर प्रजाति है। जो संयोगवश तब अस्तित्व में आई थी, जब बारबाडोस में इन दो प्रजातियों का आकस्मिक संयोग हुआ था।”
GrapeFruit Benefits in Hindi: इन दोनों ही फलों को सत्रहवीं शताब्दी में एशिया महाद्वीप से यहाँ लाया गया था। जब इस संयोग का पता चला, तो इस फल को “वर्जित फल” नाम दिया गया और इसे चकोतरा की एक किस्म माना गया। अंगूरफल या ग्रेपफ्रूट का वैज्ञानिक नाम, सिट्रस पराडीसी (Citrus × paradisi) है और यह सबट्रॉपिकल (उपोष्णकटिबंधीय) स्थानों पर फलने-फूलने वाला पेड़ है, जो संतरे और नींबू के परिवार का ही सदस्य है।
ध्यान दीजिये, ग्रेपफ्रूट को चकोतरा कहना सही नहीं है, भले ही कुछ लोग इसे चकोतरे की एक किस्म मानते हों। क्योंकि इसकी उत्पत्ति संतरे और चकोतरे दोनों की क्रासिंग से हुई है। ग्रेपफ्रूट को यह नाम इसलिये मिला, क्योंकि इसके फल अंगूरों की तरह गुच्छों में विकसित होकर पेड़ से लटकते रहते हैं। अंगूरफल अपने थोड़े खट्टे, थोड़े मीठे स्वाद के लिए जाना जाता है।
What is Grapefruit in Hindi आखिर क्या है अंगूरफल
Grapefruit एक सदाबहार पेड़ है और यह लगभग 5 से 6 मीटर (16-20 फीट) की ऊंचाई तक बढ़ता है। हालांकि यह 13 से 15 मीटर (43-49 फीट) की ऊंचाई तक बढ़ सकता हैं। अंगूरफल की पत्तियाँ चमकदार, लम्बी मगर पतली और गहरे हरे रंग की होती हैं। इसकी पत्तियों की लम्बाई 15 सेंटीमीटर तक हो सकती है।
इसके फूल सफ़ेद रंग के और चार पंखुड़ियों वाले होते हैं, जिनका औसत आकार 5 सेमी होता है। ग्रेपफ्रूट के फल के छिलके का रंग पीला-नारंगी होता है और इसका आकार गोलाकार, मगर तिरछापन लिये होता है। फल का व्यास 10 से 15 सेमी तक हो सकता है। इसका गूदा अम्लीय प्रकृति का और फाँकों में बंटा हुआ होता है।
इसके गूदे का रंग और मिठास, अलग-अलग किस्मों के आधार, पर अलग-अलग हो सकती है। आम तौर पर यह सफ़ेद, लाल, और गुलाबी रंग में देखने को मिलता है। सन 1929 में अमेरिकी रूबी रेड को अंगूरफल का पहला पेटेंट हासिल हुआ था।
Grapefruit in Hindi अंगूरफल की सामान्य जानकारी
Grapefruit के पेड़ का तना, फूल और पत्तियाँ लगभग संतरे के पेड़ के जैसी ही होती हैं। हालाँकि जब इसका फल पक जाता है, तब सबसे बड़े संतरे के फल से कुछ लम्बा और बड़ा होता है। इसका स्वाद भी काफी हद तक बदल जाता है। Grapefruit, भले ही कैरेबियाई देश में पैदा हुआ हो, लेकिन आज पूरी दुनिया में उष्णकटिबंधीय और भूमध्यसागरीय जलवायु में इसकी खेती की जाती है।
चीन Grapefruit का सबसे बड़ा उत्पादक देश है, जो हर साल 40 लाख टन से भी ज्यादा अंगूरफल का उत्पादन करता है। इसके पश्चात संयुक्त राज्य अमेरिका, मैक्सिको, थाईलैंड, दक्षिण अफ्रीका, इजरायल, तुर्की, अर्जेंटीना और भारत इसके सबसे बड़े उत्पादक देश हैं।
Grapefruit को अलग-अलग भाषाओँ में अलग-अलग नाम से जाना जाता है। जैसे इसे हिंदी में अंगूरफल या कभी-कभी चकोतरा, बंगाली में बाताबी, मराठी, गुजराती और तेलुगु भाषा में ग्रेपफ्रूटा कहते हैं।
Nutritional Facts about Grapefruit in Hindi
यह हैं अंगूरफल में उपस्थित पोषक तत्व
ग्रेपफ्रूट में कैलोरी तो बहुत कम होती है, लेकिन इसमें पोषक तत्व बहुत ज्यादा होते हैं। इसमें प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंटस और फाइबर पाये जाते हैं, जो इसे बहुत ही लाभकारी और स्वास्थवर्धक फल बनाते हैं। Grapefruit में विटामिन C की प्रचुर मात्रा पायी जाती है और इसमें पेक्टिन फाइबर भी होता है। इसके लाल और गुलाबी छिलके में लाभदायक एंटीऑक्सीडेंट लाइकोपिन होता है।
इसके बीजों में भी एंटीऑक्सीडेंट गुण होता है। अंगूरफल के जो फल खट्टे होते हैं, उनमें पुटरेस्किन की उच्च मात्रा पायी जाती है, साथ ही उनमे Spermidine का बहुत कम अंश होता है। अंगूरफल में सिट्रिक एसिड भी पाया जाता है। Grapefruit में एक नींबू की तुलना में आधा, लेकिन संतरे से 2.5 गुणा ज्यादा सिट्रिक अम्ल पाया जाता है। 100 ग्राम Grapefruit में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की मात्रा इस प्रकार है –
Amazing Health Benefits of Grapefruit in Hindi
चकोतरा स्वास्थ्य के लिये बहुत ही लाभदायक फल है और यह लीवर, किडनी, आँख, दिल, पैंक्रियास, त्वचा और बाल जैसे अंगों को स्वस्थ रखने में सहायक है। इसके अलावा यह डायबिटीज, कैंसर, डीहाइड्रेशन
ब्लड प्रेशर, गठिया, स्ट्रोक, दमा, और दूसरी कई बीमारियों के इलाज में भी काम में आता है। इसके अमूल्य फायदों का संक्षिप्त वर्णन इस प्रकार है –
1. इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाकर बुखार दूर करता है अंगूरफल
Grapefruit Boosts The Immune System in Hindi: अंगूरफल का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। क्योंकि इसमें विटामिन A और C की उच्च मात्रा पायी जाती है, जिनका हमारे इम्यून सिस्टम से सीधा संबंध है। कुछ शोध में यह पाया गया है कि शरीर में विटामिन सी की कम मात्रा होने से प्रतिरक्षा कमजोर पड़ने लगती है। ग्रेपफ्रूट सर्दी को शायद न रोक सके, लेकिन यह उसकी अवधि को कम जरुर कर सकता है।
Grapefruit का जूस या गूदा, बुखार से पीड़ित रोगियों को जल्दी स्वस्थ होने में मदद करता है। फिर चाहे वह डेंगू का बुखार हो, या मलेरिया का, या दूसरा कोई मौसमी बुखार। जब बुखार में शरीर का तापमान ज्यादा बढ़ जाता है तो अंगूरफल उससे होने वाली जलन की समस्या (Burning Sensation) को कम करता है।
इतना ही नहीं, यह सर्दी और दूसरी आम बीमारियों के विरुद्ध Immune System को मजबूत बनाता है। Grapefruit के ज्यादातर लाभ इसमें उपस्थित विटामिन सी की उच्च मात्रा से आते हैं, जो General Immune System के Defense System के रूप में काम करता है और शरीर को बुखार के विरुद्ध लड़ने में सक्षम बनाता है।
2. शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है अंगूरफल
Grapefruit is A Rich Source of Water in Hindi: अंगूरफल में पानी की बहुत अधिक मात्रा पाई जाती है। 100 ग्राम अंगूरफल में 90 ग्राम से ज्यादा पानी होता है, इसीलिये यह डीहाइड्रेशन में शरीर में आई पानी की कमी को दूर करने के लिये शानदार विकल्प है। गर्मियों के मौसम में अक्सर शरीर में पानी की कमी हो जाती है, क्योंकि तेज हवाएं और लू शरीर से तेजी से पानी सोख लेती हैं।
ग्रेपफ्रूट का सेवन करने से न सिर्फ आपके शरीर में लवणों का संतुलन बरकरार रहता है, बल्कि तरल पदार्थों की निर्धारित मात्रा भी बनी रहती है। Grapefruit के कई स्वास्थ्यप्रदायक लाभ हैं और इस मामले में यह दूसरे कई फलों का प्रतिद्वन्धी है। ग्रेपफ्रूट का एक गिलास ठन्डा रस, विशेषकर गर्मियों में, आपके शरीर में विटामिन C का स्तर बढ़ाने में मदद करता है।
जो इसे दूसरे खट्टे फलों के बीच में एक शानदार पोषनीय फल बनाता है। ग्रेपफ्रूट में कई मिनरल्स, विटामिन्स और न्यूट्रीएंटस पाये जाते हैं, जिनमे पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन, जिंक, फास्फोरस और शर्करा शामिल हैं।
3. थकान की समस्या दूर करके ताजगी देता है अंगूरफल
Grapefruit Keeps Lethargy At Bay in Hindi: अंगूरफल तब भी लाभदायक है, जब आप थकान की समस्या अनुभव कर रहे हों। क्योंकि यह रूटीन और बोरिंग काम से उपजने वाली थकान को आपसे दूर रखने में मदद करता है। जापानी शोधकर्ताओं ने अपने शोध में पाया है कि अंगूरफल में नूटकाटोन नामक एक अत्यंत दुर्लभ और महत्वपूर्ण यौगिक पाया जाता है।
Nootkatone आपके शरीर मे AMPK एक्टिवेशन के जरिये उर्जा के चयापचय (Energy Metabolism) में मदद करता है। इससे न सिर्फ शरीर में उर्जा का, बल्कि सहनशीलता का स्तर भी बढ़ता है। साथ ही यह तेजी से वजन को कम करने में मदद करता है और डायबिटीज पनपने की संभावना को कम करता है।
4. आँखों की रौशनी को बढाता है अंगूरफल
Grapefruit Improves Your Vision in Hindi: ग्रेपफ्रूट में संतरे की तुलना में कहीं ज्यादा विटामिन A होता है। आधे अंगूरफल में 28 प्रतिशत विटामिन A होता है, जबकि एक संतरे में सिर्फ 4%। विटामिन A आपकी आंखों के लिये सबसे महत्वपूर्ण विटामिन है, साथ ही यह Heart, Kidney, Lungs और दूसरे अंगों के लिये भी बहुत अच्छा है। Grapefruit में विटामिन A के अलावा विटामिन C भी प्रचुर मात्रा में मिलता है जो इसे एक सुपरफ़ूड बनाता है। यह दोनों विटामिन आँखों की कई बीमारियों से सुरक्षा करते हैं।
5. घावों को जल्दी भरने में मदद करता है
Grapefruit Heals Your Wounds in Hindi: खट्टे फलों में उपस्थित विटामिन सी आपके घावों को भरने में मदद करता है और नयी रक्त वाहिनियों के निर्माण में सहायक है। इसके अलावा विटामिन C, सर्जरी के बाद आपको जल्दी ठीक होने में भी मदद करता है। ग्रेपफ्रूट में रोजाना की जरूरत का 120 प्रतिशत विटामिन C होता है।
Incredible Benefits of The Grapefruit in Hindi
6. ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर कम करके दिल को स्वस्थ रखता है ग्रेपफ्रूट
Grapefruit is Beneficial for Your Heart in Hindi: खराब यानि LDL कोलेस्ट्रॉल की तरह ट्राइग्लिसराइड्स भी एक प्रकार की वसा है जो आपकी धमनियों में रूकावट पैदा कर सकती है। ग्रेपफ्रूट आपके दिल के लिए अच्छा है, क्योंकि यह ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कम करता है।
शोध में पाया गया है कि प्रतिदिन एक अंगूरफल का सेवन करने से ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर 27 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। कोरोनरी आर्टरी डिजीज से पीड़ित वह लोग जिनमे दिल की बीमारियों के पनपने का ज्यादा खतरा होता है, ग्रेपफ्रूट का सेवन करके खुद को इनसे बचा सकते हैं।
7. शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स का खजाना है अंगूरफल
Grapefruit is A Rich Source of Powerful Antioxidant in Hindi: अंगूरफल में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट की प्रचुर मात्रा पायी जाती है जो फ्री रेडिकल्स के दुष्प्रभावों से शरीर की सुरक्षा करते हैं। सन 2010 में कॉम्प्रेहेंसिव नेचुरल प्रोडक्ट्स में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, Grapefruit के रस में पाया जाने वाला एक तत्व नरिनगिन, ग्रेपफ्रूट के कडवे गुणों के लिये उत्तरदायी है और यह पाचन संस्थान को सही रखने में मददगार है।
ऐसा माना जाता है कि ग्रेपफ्रूट इन्फ्लुएंजा का एक प्रभावशाली उपचार है, क्योंकि यह शरीर के अन्दर अम्लता को कम से कम रखने में मदद करता है। Naringin को एक फ्लेवेनोईड माना जाता है जो कि एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है। एंटीऑक्सीडेंटस में एंटीफंगल, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-कैंसर, और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण पाये जाते हैं, जो हमारी Immunity को सशक्त बनाने में अहम् भूमिका अदा करते हैं।
8. पाचनतंत्र को सुधारता है अंगूरफल
Grapefruit Makes Digestive System Healthy in Hindi: जिन लोगों का पाचन तंत्र सही प्रकार से काम न कर रहा हो, उनके लिए ग्रेपफ्रूट बहुत फायदेमंद है, क्योंकि इसका सेवन करने से पाचन क्रिया ठीक रहती है। अंगूरफल अपच में भी फायदेमंद सिद्ध हो सकता है, क्योंकि यह दूसरे फलों और आहारों की तुलना में बहुत हल्का होता है और पेट में होने वाली जलन और ऊष्मा को कम करके अपच को ठीक करने के लिये तुरंत अपना काम शुरू कर देता है।
यह पाचक रसों के प्रवाह को सुधारता है जो आँतों की चाल को सही करके, आपके उत्सर्जी तंत्र (Excretory System) को सुचारू रूप से कार्य करने में मदद करते है। ऐसा माना जाता है कि इसके पीछे अंगूरफल में उपस्थित फाइबर और वेजिटेबल पल्प जिम्मेदार हैं, जो आँतों पर भार डालकर मल के निष्कासन को सरल बनाते हैं। इन्ही कारणों से आधुनिक औषधियों में Grapefruit का सार अक्सर इस्तेमाल होता है।
9. अच्छी नींद लाने में मदद करता है ग्रेपफ्रूट
Grapefruit Helps You Sleep Better in Hindi: परंपरागत चिकित्सा पद्धति में ऐसा माना जाता रहा है कि अगर सोने से पहले एक गिलास Grapefruit का जूस पिया जाय, तो इससे अच्छी नींद आने में मदद मिलती है और अनिद्रा के बेचैन करने वाले लक्षणों से छुटकारा पाया जा सकता है। रिसर्च के अनुसार, ग्रेपफ्रूट में ट्रिपटोफन नामक तत्व पाया जाता है। यह वही रसायन है जिसकी वजह से हम ज्यादा भोजन करने के बाद उनींदा महसूस करने लगते हैं। Grapefruit में उपस्थित Tryptophan का स्तर, हमें आसानी से नींद के आगोश में जाने में मदद करता है।
10. पेशाब की जलन को दूर करता है अंगूरफल
Grapefruit Wards off UTI Infection in Hindi: UTI इन्फेक्शन या मूत्रमार्ग की सामान्य जलन की शिकायत लोगों को अक्सर हो जाती है। जिन लोगों को ऐसी स्थितियों से दो-चार होना पड़ता है, वह जानते ही होंगे कि इससे कितनी पीड़ा होती है। ऐसे लोगों को Grapefruit के रस का सेवन, पुदीने के रस के साथ कुछ दिन तक करना चाहिये। अगर इसमें तुलसी के 11 या 21 पत्ते और डाल लें, तो उन्हें और जल्दी लाभ होगा।
क्योंकि यह सभी मिलकर मूत्र का pH मान बढ़ा देते हैं जिससे बैक्टीरिया के पनपने और बढ़ने की संभावना समाप्त हो जाती है। साथ ही साथ इन तीनों में उपस्थित शक्तिशाली एंटी-बैक्टीरियल तत्व तेजी से रिकवरी करने मे मदद करते हैं।
25 Surprising Benefits of The Grapefruit in Hindi
11. डायबिटीज के रोगियों के लिये फायदेमंद है अंगूरफल
Grapefruit is A Great Food for Diabetic People in Hindi: डायबिटीज से पीड़ित लोग, एक फल होने के बावजूद, ग्रेपफ्रूट को बिना किसी चिंता के आसानी से खा सकते हैं, क्योंकि यह शरीर में स्टार्च का स्तर घटा सकता है। अगर मधुमेह से पीड़ित रोगी Grapefruit का सेवन करते हैं तो यह उनके शरीर में शुगर का स्तर नियंत्रित करके मधुमेह को घटाने में मददगार हो सकता है।
कार्डियोवैस्कुलर जर्नल ऑफ अफ्रीका में प्रकाशित हालिया अध्ययनों के अनुसार, Grapefruit में उपस्थित फ्लेवोनोइडस और कम कैलोरी इस फल को एक बढ़िया आहार बनाते हैं। ग्रेपफ्रूट का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) 25 है, जो कि केले (48) और तरबूज (72 ) जैसे फलों की तुलना में बेहद कम है।
जानकारी के लिये बता दें कि GI का मान जितना ज्यादा होगा, वह फल मधुमेह के रोगियों के लिये उतना ही खराब होगा। ग्रेपफ्रूट टाइप 2 मधुमेह के रोगियों के लिये विशेष लाभकारी है, क्योंकि यह कोशिकाओं के साथ इन्सुलिन के प्रतिरोध की समस्या को कम करता है।
मधुमेह से पीड़ित रोगी जानते ही होंगे कि उनके शरीर की कोशिकाएँ इन्सुलिन के प्रति प्रतिक्रिया देना धीरे-धीरे बंद कर देती हैं जिससे शुगर बढ़ता चला जाता है। इसलिये उन्हें इस फल को अपनी दिनचर्या का हिस्सा अवश्य ही बनाना चाहिये।
12. मलेरिया बुखार के उपचार में सहायक है अंगूरफल
Grapefruit is Helpful in Curing Malaria in Hindi: Grapefruit उन दुर्लभ फलों में से एक है जिसे मलेरिया रोग के उपचार में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। सन 2011 के मलेरिया जर्नल में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, ग्रेपफ्रूट के जूस और छिलके में कीमती कुदरती कुनैन पायी जाती है, जो मलेरिया के उपचार में लाभदायक सिद्ध होती है। हाँलाकि इसकी पुष्टि करने के लिये अभी और शोध की जरुरत है।
कुनैन (Quinine) एक एलकेलॉईड है जिसका मलेरिया, आर्थराइटिस, लुपस और रात में होने वाले लेग क्रैम्पस के लक्षणों को घटाने का लम्बा इतिहास रहा है। चूँकि कुनैन कई सारे दूसरे आहार और फलों में नहीं पायी जाती है, इसीलिये अंगूरफल इसका एक दुर्लभ उदाहरण है। Grapefruit को इसके रस में उबालकर और गूदे को छानकर, आसानी से कुनैन को अलग किया जा सकता है।
13. कब्ज की समस्या को दूर करता है अंगूरफल
Grapefruit Treats Constipation in Hindi: सुबह के समय प्रतिदिन एक गिलास ताजा Grapefruit का जूस लेने से कब्ज (Constipation) जैसे रोग में आराम मिलता है। अंगूरफल का जूस बड़ी आंत और पाचन तंत्र से संबंधित शरीर के दूसरे अंगों को उत्तेजित करता है। क्योंकि इसमें उपस्थित विटामिन सी और फाइबर का पाचक रसों के स्राव पर उत्तेजनापूर्ण प्रभाव पड़ता है, जो पाचन मार्ग के संकुचन को सरल बनाते हैं और आँतों की चाल को ठीक करते हैं।
14. एसिडिटी को ख़त्म करने में मददगार है ग्रेपफ्रूट
Grapefruit Eleminates Acidity in Stomach in Hindi: ताजे Grapefruit का जूस सही पाचन के लिये आँतों (Small Intestine) में जाकर एक क्षारीय वातावरण का निर्माण करता है। इस फल में उपस्थित सिट्रिक एसिड, शरीर में जाकर पाचन के बाद, क्षारीय प्रतिक्रिया (Alkalinity Reaction) की दक्षता को बढाता है। अंगूरफल से निकलने वाला जूस पेट में एसिड को बनने से रोकता है और उन सभी बीमारियों से बचाव करता है जो शरीर में अतिरिक्त अम्ल बनने के कारण पैदा होती हैं।
15. पेट फूलने की समस्या को दूर करता है अंगूरफल
Grapefruit can Treat Gaseous Trouble in Hindi: प्रतिदिन भोजन से पहले Grapefruit के रस की बस 15 से 20 बूँद लेने से पेट की बेचैनी और पेट फूलने की समस्या से निजात मिल सकती है। क्योंकि यह एक प्रोबायोटिक और पाचक एंजाइम के रूप में कार्य करता है, हालाँकि इस विषय में अभी और शोध की आवश्यकता है।
Wonderful Grapefruit Benefits in Hindi with Image
16. वजन को नियंत्रित रखने में मददगार है अंगूरफल
Grapefruit Aids in Weight Loss Management in Hindi: दूसरे कई आहार की तुलना में ग्रेपफ्रूट भूख मिटाने वाला एक शानदार आहार है। ऐसा कहा जाता है कि ग्रेपफ्रूट की सिर्फ गंध ही भूख की भावना को कम कर देती है। यही कारण है कि लोग अक्सर इसे अपने Weight Loss Programs में शामिल करते हैं। इन फलों में उपस्थित फाइबर की प्रचुर मात्रा भी भूख को शांत करने में मदद करती है, जिससे लोग ज्यादा मात्रा में खाना खाने से बच जाते हैं।
ग्रेपफ्रूट शरीर में जाकर, एक हार्मोन कोलसिस्टोकिनिन (Cholecystokinin) के स्राव के रिलीज होने की प्रक्रिया को उत्तेजित करता है। यह हार्मोन पाचक रसों को नियंत्रित करता है और एक भूख प्रशामक एजेंट के रूप में कार्य करते हुए मस्तिष्क को पेट भरने का अहसास दिलाता है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ओबेसिटीमें प्रकाशित एक स्टडी में यह तथ्य सामने आया था।
एक वाक्य में कहा जाय तो अंगूरफल आपकी भूख को शांत करके वजन को कम करने में मदद करता है। एक स्टडी के अनुसार 91 लोगों पर हुए एक शोध में यह निष्कर्ष निकाला गया था कि जिन लोगों ने खाने से पहले नियमित रूप से ग्रेपफ्रूट का सेवन किया था, उनके वजन में पर्याप्त अंतर देखने को मिला था।
17. कोलेस्ट्रोल को कम करने में मददगार है ग्रेपफ्रूट
Grapefruit Lowers Cholesterol in Hindi: आजकल कोलेस्ट्रोल की समस्या तेजी से बढती चली जा रही है। खान-पान की वजह से जहाँ HDL कोलेस्ट्रोल का स्तर घट रहा है, वहीँ LDL कोलेस्ट्रोल का स्तर बढ़ रहा है। LDL कोलेस्ट्रोल के कारण आगे चलकर, ह्रदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि यह धमनियों और ह्रदय की आन्तरिक दीवारों पर जमने लगता है।
सन 2006 में जर्नल ऑफ एग्रीकल्चर एंड फूड कैमिस्ट्री में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, अंगूरफल, शरीर में हानिकारक कोलेस्ट्रोल यानि LDL कोलेस्ट्रोल का स्तर 15.5 प्रतिशत तक कम कर सकता है। इस शोध में 39 से 72 वर्ष की उम्र के उन 57 रोगियों का चयन किया था, जो हाई कोलेस्ट्रोल की समस्या से जूझ रहे थे और दिल की परेशानी के कारण बाईपास सर्जरी करवा चुके थे। इन लोगों को दो समूहों में बाँटा गया।
जिनमे से एक समूह को प्रतिदिन एक Grapefruit खाने को दिया गया, जबकि कण्ट्रोल ग्रुप में शामिल लोगों को ऐसे ही रखा गया। एक महीने पश्चात जब दोनों समूहों के लोगों की जाँच करायी गयी, तो पता चला कि जिन लोगों ने अंगूरफल का, विशेषकर लाल ग्रेपफ्रूट का, सेवन किया था, उनके कोलेस्ट्रोल के स्तर में कमी आई थी, जबकि कण्ट्रोल ग्रुप के कोलेस्ट्रोल के स्तर में कोई कमी नहीं पायी गयी थी।
18. ब्लड प्रेशर को कम रखता है ग्रेपफ्रूट
Grapefruit Regulates Your Blood Pressure in Hindi: ग्रेपफ्रूट का नियमित रूप से सेवन करने से ब्लड प्रेशर कम रहता है और यह आपके सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर को कम से कम 5 पॉइंट्स तक घटा सकता है। दुनिया भर में उच्च रक्तचाप से 50 करोड़ लोग पीड़ित हैं और ऐसे लोगों के लिये अंगूरफल का नियमित सेवन करना फायदेमंद सिद्ध हो सकता है। ग्रेपफ्रूट हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिये इतना लाभदायक क्यों है, इसका कारण है इसमें उपस्थित पोटैशियम का उच्च स्तर।
पोटैशियम सोडियम के नकारात्मक प्रभावों को निष्क्रिय करता है, लेकिन ध्यान रखिये अगर आप पहले से ही ब्लड प्रेशर कम करने वाली दवाइयाँ जैस एकि निफेडीपिन आदि ले रहे हैं, तो Grapefruit का सेवन कम से कम करें और वह भी अपने चिकित्सक से पूछ कर। क्योंकि दवाइयों के साथ-साथ, इसका सेवन करना स्वास्थ्य के लिये खतरनाक हो सकता है।
19. कैंसर जैसे खतरनाक रोग से बचाता है ग्रेपफ्रूट
Grapefruit Prevents Cancer in Hindi: जापान में लम्बे समय तक चले एक शोध अध्ययन में पाया गया है कि जो लोग प्रति दिन खट्टे फलों का सेवन करते है, उनमें कैंसर विकसित होने का खतरा काफी कम रहता है, विशेषकर प्रोस्टेट और अग्नाशय कैंसर का खतरा बहुत कम हो जाता है। इसके प्रभाव तब और ज्यादा बढ़ जाते हैं, जब इन्हें खाने के साथ-साथ ग्रीन टी का भी सेवन किया जाय।
वैज्ञानिकों के अनुसार खट्टे फलों में उपस्थित घटक, सूजन और उत्तेजना को रोककर, कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं। इसके अतिरिक्त वह उस क्षतिग्रस्त हो चुके डीएनए (Damaged DNA) को ठीक करते हैं जो ट्यूमर को विकसित करता है। इसके अलावा अंगूरफल में उपस्थित, विटामिन C और फाइबर, क्रमशः गले के कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर को रोकने में मदद करते हैं।
20. गुर्दों में पथरी बनने का खतरा कम करता है ग्रेपफ्रूट
Grapefruit Ward off Stone Problems in Hindi: ग्रेपफ्रूट में सिट्रिक एसिड होता है जो ब्लैडर और किडनी के स्टोन को घोलकर ख़त्म कर देता है। इसके अलावा इसका रस मूत्र का पीएच बढ़ाता है और कैल्शियम के जमने की प्रक्रिया को बहुत मंदा कर देता है। इन सभी कारणों से पथरी बनने की संभावना समाप्त हो जाती है।
इसलिये जो लोग Grapefruit का सेवन करते हैं, वह अक्सर स्टोन प्रॉब्लमस से बचे रहते हैं। गुर्दों में पथरी बनने का सबसे बड़ा कारण है, वहाँ पर गन्दगी का लगातार जमते रहना। जिससे मिनरल्स के कण चिपककर बड़े होने लगते हैं और क्रिस्टल का रूप धारण कर लेते हैं।
Grapefruit Ke Fayde in Hindi अंगूरफल के फायदे
21. त्वचा का जवां निखार और रंगत लौटाता है अंगूरफल
Grapefruit Makes Your Skin Young and Beautiful in Hindi: Grapefruit में उपस्थित विटामिन सी की प्रचुर मात्रा, इसे एक बेहतर स्किन टोनर बनाती है। न सिर्फ इसका रस, बल्कि इसके छिलके को भी फेस पैक के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। यह तैलीय त्वचा पर जमे अतिरिक्त तेल की परत को हटाता है, सूक्ष्म रोमकूपों को खोलता है और त्वचा की बाहरी परत पर जमे हुए बैक्टीरिया और फंगस को भी ख़त्म कर डालता है।
यही वजह है कि इसके नियमित इस्तेमाल से आपकी त्वचा निखरने लगती है और उसकी खोयी रंगत पुनः लौट आती है। सर्दियों में Grapefruit के रस का प्रयोग करने से आपकी त्वचा रूखी होने से बची रहती है। जिन लोगों को फटे होंठ या फटी त्वचा की शिकायत है, वह इससे जरुर लाभ उठायें। इसके लिये उन्हें नारियल के तेल में अंगूरफल का रस मिलाकर, प्रभावित स्थान पर लगाना चाहिये।