Last Updated on May 30, 2024 by Jivansutra

Amazing Ginger Benefits in Hindi अदरक के अद्भुत और अविश्वसनीय फायदे

 

“अदरक एक जाना पहचाना मसाला है जिसे लगभग हर घर और हर रसोई में इस्तेमाल किया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार, अदरक पित्तवर्धक और वात तथा कफनाशक होता है। यह उष्ण प्रकृति का और तीखे स्वाद वाला एक कंद है जो जमीन के भीतर उगता और पनपता है। अदरक का सेवन करने से गठिया, अर्थराइटिस, साइटिका तथा सर्वाइकल स्पांसडिलाइटिस में आराम मिलता है।”

Ginger Benefits in Hindi
सर्दियों में अदरक शरीर के लिये बहुत गुणकारी है

अदरक (Ginger) एक फूलदार पौधा (Flowering Plant) है, जिसकी जड़, मसाले और परंपरागत औषधि के रूप में इस्तेमाल की जाती है। यह एक हर्ब है जो लगभग 1 मीटर तक ऊँचा होता है। अदरक जिंजीबरेसी कुल (Zingiberaceae Family) का पौधा है और इसका वानस्पतिक नाम, जिंजिबर ऑफ़िसिनेल (Zingiber officinale) है। चूँकि अदरक बहुत ही गुणकारी है, इसीलिये Ginger Benefits in Hindi में आज हम आपको इसके फायदों और नुकसान के बारे में विस्तार से बतायेंगे।

What is Ginger in Hindi आखिर क्या है अदरक

अदरक एक भूमिगत रूपान्तरित तना है जो मिट्टी के अन्दर ही बढ़ता है। अदरक में काफी मात्रा में भोज्य पदार्थ संचित रहता है जिसके कारण यह फूलकर मोटा हो जाता है। अदरक का कोई बीज नहीं होता है और इसका पौधा उगाने के लिये इसके कंद के छोटे-छोटे टुकड़े ही जमीन में गाड़ दिये जाते हैं। यह उष्णकटिबंधीय (ट्रापिकल्स) और शीतोष्ण कटिबंध (सबट्रापिकल) जलवायु वाले क्षेत्रों में पनपने वाला पौधा है।

अदरक को पैदा होने के लिये नम जलवायु की आवश्यकता होती है। इसकी उत्पत्ति का मूल क्षेत्र दक्षिण-पूर्व एशियाई देश हैं, लेकिन अब यह पूर्वी अफ्रीका और कैरेबियाई देशों में भी पैदा होता है। इसके अलावा अदरक चीन, जापान, वियतनाम, फिलीपिंस, इंडोनेशिया और प्रशांत महासागर के द्वीपों में भी उगाया जाता है।

सन 2016 में पूरी दुनिया में लगभग 33 लाख टन अदरक उत्पन्न हुआ था। इसमें से 11 टन अदरक अकेले भारत ने ही पैदा किया था। इसके बाद नाइजीरिया, चीन, इंडोनेशिया, नेपाल और थाईलैंड जैसे देशों का स्थान आता है। भारत में अदरक मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल, मध्य प्रदेश, पंजाब और तमिलनाडु राज्यों में ज्यादा उगाया जाता है।

Nutritional Facts about Ginger Spice in Hindi

यह हैं अदरक में उपस्थित पोषक तत्व

Ginger in Hindi: आयुर्वेद के अनुसार अदरक पित्त वर्धक तथा वात-कफ नाशक होता है। इसी कारण से इसका ज्यादातर इस्तेमाल, एक घरेलू औषधि के रूप में, गैस के रोगों और ठण्ड से पैदा होने वाली समस्याओं में किया जाता है। यह गर्म, तीखे स्वाद वाला, पचने में भारी, चरपरा और भूख बढ़ाने वाला होता है। अदरक पकने पर सूख जाता है और यह ज्यादा रेशेदार हो जाता है।

अदरक को ताजा और सूखा दोनों प्रकार से प्रयोग किया जा सकता है। सूखे हुए अदरक को सौंठ या सुंठी कहते हैं। 100 ग्राम कच्चे अदरक में 79 प्रतिशत पानी, 18 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट, 2 प्रतिशत प्रोटीन और 1 प्रतिशत वसा होती है। इसके अलावा कच्चे अदरक में 80 कैलोरी उर्जा और कई विटामिन्स और मिनरल्स भी होते है जो कि इस प्रकार हैं –

Amazing Health Benefits of The Ginger in Hindi

अदरक को एक अत्यंत प्रभावशाली आयुर्वेदिक औषधि के रूप में जाना जाता है। यही कारण है कि दुनिया भर के लोग न सिर्फ खाने में, बल्कि गर्म और ठंडी ड्रिंक्स के जरिये भी इसका सेवन करते हैं। अदरक में शरीर के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्व मौजूद होते हैं। नीचे हम अदरक के विस्तृत लाभों की जानकारी दे रहें हैं, ताकि आप भी इस मसाले से पर्याप्त लाभ उठा सकें।

1. विटामिन और मिनरल्स का शानदार स्रोत है अदरक

Ginger is A Rich Source of Vitamins and Minerals in Hindi: अदरक अनिवार्य पोषक तत्वों और एंटीऑक्सिडेंट का प्रचुर स्रोत है। इसमें कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम समेत अधिकतर जरूरी खनिज और लगभग सभी विटामिन्स (विटामिन D को छोड़कर) उपस्थित होते हैं। इसके अलावा अदरक, शक्तिशाली एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल तत्वों से भरपूर है जो इसे कीटाणुओं और बीमारियों का पक्का दुश्मन बनाते हैं।

यह शरीर के लगभग सभी अंगों पर अपने स्वास्थ्यप्रदायक गुणों का प्रभाव डालता है और सामान्य सर्दी-जुकाम से लेकर, कैंसर जैसे जटिल और खतरनाक रोगों से सुरक्षा प्रदान करता है। कई वैज्ञानिक शोध भी अदरक के इन गुणों की पुष्टि करते हैं।

2. आपकी हड्डियों को मजबूत बनाता है अदरक

Ginger Makes Your Bones Strong in Hindi: क्या आप जानते हैं कि अदरक आपकी हड्डियों को भी मजबूत बनाता है और घुटनों के दर्द में आराम देता है? कुछ वर्ष पूर्व अमेरिका की मियामी यूनिवर्सिटी में ओस्टियोआर्थराइटिस के लक्षणों से पीड़ित ऐसे कई रोगियों पर परीक्षण किया गया था, जो अलग-अलग पृष्ठभूमि और उम्र के थे। परीक्षण के असर को जाँचने के लिये उन रोगियों को एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एनलजेसिक दवाइयों के प्रभाव से मुक्त कराया गया।

फिर एक सप्ताह बाद उन्हें दो ग्रुप्स में बाँटकर, प्लेसिबो और जिंजर सप्लीमेंट्स पर रखा गया। छह सप्ताह तक लगातार तेज डोज देने के बाद दोनों ग्रुप्स की हालत में सुधार देखा गया। लेकिन जहाँ अदरक का सेवन करने वाले 63 प्रतिशत लोगों ने अपने दर्द में पर्याप्त कमी महसूस की, वहीँ दूसरे समूह के सिर्फ 50 प्रतिशत लोगों ने ही सुधार बताया।

आखिरी जाँच के रूप में, जब दोनों समूहों के लोगों को 50 फीट की दूरी तक पैदल चलाया गया, तो अदरक का सेवन करने वाले लोगों के लिये चलना बहुत आसान था और उनमे दूसरे ग्रुप के लोगों की तुलना में दोगुना सुधार पाया गया।

3. भूख बढाकर अपच और कब्ज दूर करता है अदरक

Ginger Improves Appetite and Treats Constipation पेट में बनने वाली गैस, अपच और कब्ज की समस्या को दूर करने में अदरक बहुत ही फायदेमंद है। जिन लोगों को अक्सर इन समस्याओं का सामना करना पड़ता है, वह रोजाना आधा से एक चम्मच अदरक का रस पियें। इससे न सिर्फ कब्ज ठीक होगा, बल्कि गैस की परेशानी भी दूर हो जायेगी। अगर आप जूस निकालने में दिक्कत महसूस करें तो इसका भी उपाय है।

ऊँगली के पोरे जितना बड़ा अदरक का टुकड़ा लेकर, उस पर थोडा नमक लगा लें और फिर उसे दिन में दो-तीन बार धीरे-धीरे चूसें। कुछ ही समय में इन समस्याओं से आराम मिला शुरू हो जायेगा और खुलकर भूख लगने लगेगी। अक्सर ज्यादातर स्वास्थ्य विशेषज्ञ अपच या उदर शूल के घरेलू उपचार के रूप में अदरक का सेवन करने की सलाह देते हैं, क्योंकि यह एक बहुत ही शक्तिशाली Carminative (गैसहर) है।

अगर पाचन शक्ति कमजोर होने के कारण, आपको अक्सर खट्टी-मीठी डकारें आने लगती हैं, तो अदरक के रस में, अजवाइन चूर्ण, काला नमक और नींबू का रस मिलाकर 2-3 बार चाटें। ऐसा कई दिन तक करें। इससे न सिर्फ पेट का दर्द ठीक होगा, बल्कि खट्टी डकार आनी भी बंद हो जायेगी। अदरक सिर्फ गैस और एसिडिटी से ही राहत नहीं दिलाता, बल्कि यह पित्त की थैली से, पित्त की पथरी निकालने में भी मदद करता है।

4. कोलेस्ट्रोल को घटाकर दिल का ख्याल रखता है अदरक

Ginger is Beneficial for Heart as It Lowers Cholesterol in Hindi: अदरक का सेवन करने से दिल की बीमारियाँ होने का खतरा कम रहता है, क्योंकि यह कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित रखता है। सभी जानते हैं कि खराब कोलेस्ट्रोल (LDL) के बढ़ने से खून गाढ़ा होने लगता है या थक्के जमने लगते हैं, जिससे यह रक्त वाहिनियों और ह्रदय की आन्तरिक दीवारों पर चिपकने लगता है। लेकिन अदरक का रस अपनी उष्ण प्रकृति के कारण खून के थक्कों को जमने नहीं देता है।

इसलिये इसके इस्तेमाल से कोलेस्ट्रॉल हमेशा नियंत्रित बना रहता है। यह रक्त संचार (ब्लड सर्कुलेशन) को ठीक रखता है और अच्छे कोलेस्ट्राल (HDL) के स्तर को बढ़ाता है जिससे हार्टअटैक या स्ट्रोक की आशंका बहुत कम रह जाती है। चूँकि अदरक ब्लड क्लोटिंग का खतरा कम करता है, इसलिये यह हाइपरटेंशन से भी बचाव करता है और भविष्य में पैदा होने वाले दिल के रोगों का जोखिम कम करने में मदद करता है।

अदरक में उपस्थित पोटैशियम और मैंगनीज भी दिल के स्वास्थ्य के लिये अत्यंत उत्तम है, क्योंकि यह ब्लड वेसल्स को कठोर होने से बचाते हैं। अदरक का रस और पानी बराबर मात्रा में पीने से दिल की बीमारियों से बचने में मदद मिलती है। एक 45 दिन चली क्लीनिकल स्टडी में उच्च कोलेस्ट्रोल से पीड़ित 85 रोगियों को, रोजाना दिन में तीन बार, 3 अलग खुराकों में, तीन ग्राम अदरक पाउडर दिया गया और इसके परिणाम बहुत ही अच्छे रहे थे।

5. सर्दियों में बहुत ही गुणकारी है अदरक का दूध

Ginger Milk is Highly Beneficial in Winter in Hindi: जिन लोगों के शरीर में कफ अधिक बनता है या जिन्हें कोई कफजनित समस्या है, उन्हें दूध पीने में सावधानी बरतनी चाहिये। क्योंकि दूध की प्रकृति कफकारक होती है जिससे मलगम अधिक बनता है। ऐसे लोगों को अदरक का दूध पीना चाहिये, क्योंकि यह दूध के कफ पैदा करने वाले गुण को समाप्त कर देता है।

अदरक का दूध तैयार करने के लिये, उबाले गये गर्म दूध में, कूटे गये अदरक को 5 से 10 मिनट तक उबालना चाहिये जिससे इसका रस अच्छी तरह से निकल जाय। इसमें यदि दो इलायची और दो लौंग और डाल दें तो और ज्यादा अच्छा है। ध्यान दें, ताजे अदरक को ठन्डे दूध में डालकर न उबालें, अन्यथा दूध फट जाता है।

6. शानदार एंटीऑक्सीडेंट्स का प्रचुर स्रोत है

Ginger has Powerful Antioxidant Properties in Hindi: अदरक शानदार एंटीऑक्सीडेंट्स का प्रचुर स्रोत है। इसमें पायी जाने वाली एंटीऑक्सीडेंटस की उच्च मात्रा, शरीर को हानि पहुँचाने वाली पराबैंगनी किरणों से बचाव करती हैं और उन फ्री रेडिकल्स से भी सुरक्षा प्रदान करती है जो शरीर को तरह-तरह की बीमारियों का शिकार बना देते हैं। यह रक्त की अशुद्धियों को दूर कर उसे साफ़ भी करता है।

Adrak Ke Fayde in Hindi अदरक के फायदे

7. पाचन तंत्र की समस्याएँ दूर करता है अदरक

Ginger Makes Digestive System Healthy in Hindi: अदरक का सबसे ज्यादा अनुकूल प्रभाव पड़ता है, पाचन संस्थान पर, क्योंकि यह पाचन तंत्र को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान देता है। यह उदर-आंत मार्ग (Gastrointestinal Tract) में उपस्थित हानिकारक जीवाणुओं को नष्ट कर देता है, क्योंकि इसके भीतर जीवाणुरोधी (Antibacterial), विषाणुरोधी (Antiviral), और  फफूंदरोधी (Antifungal) तत्व पाये जाते हैं।

अदरक पेट के अल्सर में भी आराम देता है, क्योंकि इसमें शक्तिशाली एंटीबैक्टीरियल तत्व होते हैं। अदरक में फिनोलिक यौगिक (Phenolic Compounds) होते है जो पेट की जलन को दूर करने में मदद करते है। इसमें पाया जाने वाला ट्रिप्सिन एंजाइम, पैंक्रियास पर सकरात्मक प्रभाव डालकर, पाचन प्रक्रिया को तेज करता है। अदरक का चरपरा और तीक्ष्ण स्वाद लार और पित्त के उत्पादन में वृद्धि करता है।

जिससे भोजन जल्दी पचता है और इसे पचाने के कारण पेट पर पड़ने वाला अनावश्यक दबाव भी कम होता है। अदरक के सेवन से भूख न लगने की समस्या दूर होती है और यह खराब पेट को सही करता है। पाचन क्रिया को सुधारने के लिए, भोजन खाने के पश्चात अदरक का उपयोग करें। इससे भोजन जल्दी पचेगा। इसके अलावा अदरक, फूड पोइज़निंग (भोजन विषाक्तता ) के कई लक्षणों को कम करने में भी मदद कर सकता है।

8. दमा की समस्या को ठीक कर सकता है अदरक

Ginger Treats Astham in Hindi: बहुत लम्बे समय से अदरक का उपयोग, एक आयुर्वेदिक औषधि के रूप में, श्वसन संबंधी रोगों के उपचार में किया जाता रहा है, क्योंकि यह श्वास रोगों की सर्वश्रेष्ठ घरेलू औषधियों में से एक है। हालिया शोध में इसके एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों का पता चला है। अदरक में जेरंबोन (Zerumbone) नामक यौगिक पाया जाता है, जो अस्थमा से छुटकारा पाने में मदद करता है।

परीक्षणों में पाया गया है कि साँस की नली में सूजन आ जाने के कारण ही एलर्जी का रोग होता है और यह Th2 की प्रधानता के कारण होता है। लेकिन इस मसाले की जड़ इस रोग को दबाने में बहुत कारगर है। अदरक के एंटीहिस्टामाइन गुण एलर्जी को ठीक करने में मदद करते हैं। इससे साँस की नली की बढ़ी हुई उत्तेजना शांत होती है।

टीबी रोग या दमे के उपचार में अदरक का कई प्रकार से सेवन किया जा सकता है। या तो आप इसका रस निकालकर, शहद के साथ सेवन करें या फिर अदरक के जूस में मेथी का पाउडर मिलाकर शहद के साथ लें। सबसे सरल उचार के रूप में, अदरक को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर नमक के साथ दिन में कई बार चूसें।

इससे न सिर्फ गले की खराश या सूजन दूर होगी, बल्कि कफ का निकलना भी कम हो जायेगा। अदरक अस्थमा और ब्रोंकाईटिस दोनों रोग में लाभदायक है। यह दौरों की तीव्रता को कम करता है जिससे रोगी के सीने की माँसपेशियों को आराम मिलता है। अदरक निमोनिया की आरंभिक अवस्था में भी लाभ पहुँचाता है।

9. मोटापे की समस्या को भी दूर करता है अदरक

Ginger Aids in Weight Loss Management in Hindi: अगर आप अपने बढ़ते वजन को कम करना चाहते हैं, तो अदरक इस काम में भी आपकी मदद कर सकता है। क्योंकि यह एक शानदार फैट बर्नर है जो आपके शरीर से एक्स्ट्रा फैट बाहर निकाल देता है। अदरक मेटाबोलिज्म (चयापचय) की प्रक्रिया को संतुलित रखता है, क्योंकि मेटाबोलिज्म बिगड़ने से ही मोटापे की समस्या शुरू होती है।

यह आपकी Exercise Endurance Capacity को भी बढाता है जिससे आप वर्क आउट करते समय जल्दी न थकें और वापस अपनी शेप हासिल कर लें। प्रतिदिन शहद के साथ, अदरक के रस का सेवन करने से या ग्रीन टी में अदरक का जूस मिलाकर पीने से आपका वजन नियंत्रित रहता है।

साथ ही शरीर में जमा अतिरिक्त वसा भी बाहर निकल जाती है। अदरक का तेल, मोटापे के कारण जन्म लेने वाली Liver Problems को दूर रखने में मदद करता है। इसलिये अगर आप खुद को स्वस्थ और निरोगी रखना चाहते हों, तो अदरक का नियमित रूप से सेवन करें।

10. गुर्दों की पथरी को बाहर निकालता है अदरक

Ginger can Heal Kidney Stone Problems in Hindi: जो लोग गुर्दों की बीमारियों से जूझ रहे हैं, नियमित रूप से अदरक का सेवन करना, उनके लिये भी बड़ा लाभदायक हो सकता है। गुर्दों की पथरी घोलने के लिये अदरक एक कुदरती औषधि है। अगर आप भी स्टोन की सर्जरी से बचना चाहते हैं, तो अदरक का जूस रोजाना पियें। इससे आपकी पथरी कुदरती रूप से बाहर निकल सकती है।

11. ब्लड प्रेशर को ठीक रखता है अदरक

Ginger Prevents Hypertension and Regulates Blood Presure in Hindi: अदरक आपके ब्लड प्रेशर को नार्मल करके ह्रदय और रक्त वाहिनियों को स्वस्थ रखता है, क्योंकि इसमें खून को पतला करने का सहज गुण होता है। साथ ही यह रक्त शर्करा का स्तर भी सामान्य ही रखता है, इसीलिये उच्च रक्तचाप की समस्या से पीड़ित रोगियों का अदरक का सेवन अवश्य करना चाहिये।

12. मुँह की बदबू को भी दूर करता है अदरक

Ginger is A Great Oral Health Solution in Hindi: चूँकि अदरक में एंटी-बैक्टीरियल तत्व उपस्थित होते हैं, इसीलिये यह मुँह के हानिकारक बैक्टीरिया को ख़त्म करके, मुँह की दुर्गन्ध को दूर करने में असरदार है। अदरक का रस और अदरक का तेल, दोनों ही दांत का दर्द कम करने की क्षमता रखते हैं।

Incredible Benefits of The Ginger in Hindi

13. सर्दी-जुकाम और खाँसी का रामबाण इलाज है अदरक

Ginger Cures Cold and Flu in Hindi: बदलते मौसम में होने वाली सर्दी और जुकाम के लिये, अदरक एक जाना-पहचाना सर्वश्रेष्ठ उपचार है, जिसे सदियों से काम में लाया जाता रहा है। सर्दियों की ठंडक से बचने के लिये यह सबसे ज्यादा कारगर कुदरती औषधि मानी जाती है, जिसका प्रयोग भारत में घर-घर में किया जाता है। सर्दी, खाँसी, जुकाम और सामान्य फ्लू में अदरक तुरंत आराम देता है।

फिर चाहे आप अदरक की चाय बनाकर पियें या फिर इसे शहद में मिलाकर गर्म करके पियें। गले की खराश हो या बहती बंद नाक, अदरक हमेशा आपको इनमे तेजी से आराम पहुँचायेगा। जिन्हें ठण्ड लग गयी हो या जिन्हें अक्सर जुकाम-नजला और खाँसी की समस्या से दो-चार होना पड़ता है, उन्हें प्रतिदिन खाली पेट, आधा चम्मच अदरक के रस का सेवन करना चाहिये।

अदरक को मुँह में रखकर धीरे-धीरे चूसने से बंद गला खुल जाता है और सिर का भारीपन कम होता है। चूँकि अदरक एक प्राकृतिक एनल्जेसिक और दर्द निवारक मसाला है, इसीलिये इसे गले के दर्द और जलन को शांत करने में भी इस्तेमाल किया जाता है। अदरक साइनस की समस्या भी दूर करता है।

खाँसी में आराम पाने के लिये, अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े काट लें और उन्हें मुँह में रखकर चूसें, इससे बड़ा आराम मिलता है। यह सूखी और मलगम वाली दोनों तरह की खाँसीयों में राहत देता है। अगर आप और भी ज्यादा आराम पाना चाहते हैं, तो अदरक के तेल से सीने और कमर की मालिश करें।

14. उल्टी और मिचली की शिकायत को दूर करता है अदरक

Ginger Helps in Vomiting and Nausea in Hindi: उल्टी और उबकाई या मिचली के उपचार में अदरक बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है। कैंसर के इलाज के समय कीमोथेरेपी में और गर्भावस्था में अक्सर उल्टियाँ और मिचली होने की शिकायत होती है, इससे बचने के लिये कच्चे अदरक के टुकड़ों पर नमक लगाकर खायें। इससे उल्टियाँ रूकती हैं और जल्दी से उबकाई भी नहीं आती।

आप चाहें तो अदरक के तीखे स्वाद से बचने के लिये, इसके रस को शहद के साथ भी ले सकते हैं। अगर आपको यह भी पसंद नहीं है तो आप अदरक की चाय से भी यह लाभ हासिल कर सकते हैं। लेकिन अगर इसके बाद भी उल्टियाँ नहीं रूकती हैं, तो फिर अदरक के आधा चम्मच रस में, इतना ही प्याज का रस मिलाकर रोगी को दे दें।

उसे अवश्य ही लाभ होगा। अदरक में उपस्थित विटामिन B जी मिचलाने और मितली की समस्या से छुटकारा दिलाने में बड़ा प्रभावशाली बताया गया है। इससे तुरंत आराम मिलता है। बस या ट्रेन में सफ़र करने वाले वह लोग, जिन्हें गैस चढने के कारण उल्टियाँ होने लगती हैं, वह अपने साथ अदरक लेकर चले और उसे चूसते रहें, लाभ होगा।

15. अल्सर जैसे खतरनाक रोग से भी बचाता है अदरक

Ginger Protects from Ulcer in Hindi: सन 1980 से ही शोधकर्ता इस बात को जानते हैं कि अदरक पेट के अल्सर जैसे खतरनाक रोग से भी छुटकारा दिला सकता है। अभी हाल में भारतीय वैज्ञानिक भी इसके इस औषधीय गुण की पहचान करने में बहुत हद तक कामयाब हुए हैं। मॉलिक्यूलर न्यूट्रीशन एंड फूड रिसर्च जर्नल में प्रकाशित हुए एक अध्ययन से पता चला है कि अदरक GERD या एसिड रिफ्लक्स ठीक करने वाली दवाई प्रीवेसिड की तुलना में 6 से 8 गुणा ज्यादा शक्तिशाली होता है।

पेट में अल्सर होने का मुख्य कारण है – एच. पायलोरी बैक्टीरिया का संक्रमण। इसके अलावा यह आन्तरिक रक्तस्राव, निरंतर तनावयुक्त स्थिति और चिडचिडेपन से भी होता है। अदरक के जीवाणुनाशक गुण इस बैक्टीरिया को ख़त्म कर डालते हैं। अदरक न सिर्फ अल्सर को ठीक करने में मदद करता है, बल्कि यह घावों को बढने से भी रोकता है।

16. माइग्रेन को दूर करके दिमाग को स्वस्थ रखता है अदरक

Ginger Improves Performance of Your Brain in Hindi: क्या आप जानते हैं कि अदरक आपके नर्वस सिस्टम को भी सही रखता है। इसकी जड़ और तेल, सभी तनाव कम करने में असरदायक माने जाते हैं। अदरक का जूस सिर दर्द और माइग्रेन से बचाने में बहुत कारगर है। कुछ शोध में पाया गया है कि अदरक के अन्दर पाये जाने वाले तत्व, शरीर में प्रोस्टाग्लैंडीन का स्तर कम करके, रक्त वाहिनियों में होने वाली सूजन को रोकने की क्षमता रखते है।

जिससे माइग्रेन से पीड़ित व्यक्ति को दर्द में आराम मिलता है। ध्यान दीजिये प्रोस्टाग्लैंडीन हार्मोन का नियंत्रण बहुत आवश्यक है, क्योंकि यह सीधे दर्द से जुडा है। इसके अलावा अदरक मस्तिष्क में होने वाली सूजन को कम करने में भी मदद करता है। यह आपकी याददाश्त के साथ-साथ एकाग्र होने की क्षमता भी बढाता है। अदरक की चाय पीने से और अदरक का पेस्ट, अपने ललाट पर लगाने से सिर-दर्द में आराम मिलता है।

17. बुखार और टोक्सिन्स को भी दूर करता है अदरक

Ginger can Alleviates Many Fevers in Hindi: अदरक बुखार या ज्वर से मुक्ति दिलाने में भी बहुत मददगार है। इसके लिये नीमगिलोय, शहद, अमरुद के पत्ते, तुलसी, अजवाइन और अदरक का काढ़ा बनाकर पीना चाहिये। यह बेमौसम के बुखार, मलेरिया और टायफाइड बुखार का नाश करने में विशेष रूप से उपयोगी सिद्ध होता है।

अदरक ठण्ड से होने वाले बुखार से भी राहत दिलाता है। ठंड के मौसम में होने वाले बुखार में अदरक, अजवाईन, अजमोद, इलायची और मिश्री को उबालकर तैयार किए गये दूध का सेवन करने से बहुत लाभ होता है। इसे रात्रि को सोते समय पीना चाहिये। लेखक ने स्वयं कई बार लाभ उठाया है, आप भी इसका इस्तेमाल करके देख सकते हैं।

इसके अलावा अदरक पसीने के माध्यम से शरीर से विषैले पदार्थों को भी बाहर निकालता है। चूँकि अदरक की तासीर गर्म होती है, इसीलिये इसे खाने से पसीना ज्यादा आता है। शरीर से निकलने वाला पसीना रोम छिद्रों की सफाई करता है, क्योंकि इसमें उपस्थित डर्मिसिडिन (Dermcidin) नामक जीवाणुनाशक तत्व, टोक्सिन्स को नष्ट कर देता है।

18. आँतों की गंभीर बीमारियों से भी बचाता है अदरक

Ginger Saves from Intestinal Problems in Hindi: अदरक आँतों की समस्याओं को दूर करने में असरदार है। अल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative colitis) और क्रॉन डिजीज, दोनों ही आँतों को गंभीर नुकसान पहुंचाती है। हालाँकि इन दोनों बीमारियों के पीछे मुख्य कारण तनाव है, लेकिन अदरक अपने शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट की मदद से इनमे भी लाभ देता है। अदरक के नियमित सेवन से आँतों के कई प्रकार के संक्रमण से भी बचाव होता है।

29 Surprising Benefits of The Ginger in Hindi

19. इम्यून सिस्टम को ताकतवर बनाता है अदरक

Ginger Boost The Immune System in Hindi: अदरक में उपस्थित एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल तत्व जीवाणुओं के विरुद्ध सशक्त क्रियाशीलता (Antimicrobial Activity) प्रदर्शित करते हैं और जीवाणु, विषाणु और फंगस से फैलने वाले संक्रमण को रोकने में असरदार सिद्ध होते हैं। इसीलिये अगर आपकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है, तो आपको अदरक का सेवन करना चाहिये, क्योंकि यह Immunity को बढाता है।

अगर आपने जीवनसूत्र पर, इम्यून सिस्टम के बारे में पढ़ा होगा, तो जानते ही होंगे कि कमजोर प्रतिरोधकता होने से बीमारियाँ जल्दी पकडती हैं। यहाँ तक कि ऐसा आदमी, सामान्य सर्दी-जुकाम से भी बहुत ही जल्दी प्रभावित हो जाता है। अदरक के इस गुण के बारे में भारतीय अच्छे से जानते हैं। यही कारण है कि ज्यादातर माएं अपने शिशुओं को ठण्ड व फ्लू से बचाने के लिये अदरक का रस देती हैं।

अदरक Immune System को इतना ताकतवर बना देता है कि आप हलके-फुल्के संक्रमणों से हमेशा बचे रहते हैं और इसका यह काम आपके मुँह से ही शुरू हो जाता है। अदरक मुख के, फेफड़ों के, पेट के, त्वचा के और मूत्र मार्ग के संक्रमण को रोकने में बड़ा प्रभावशाली है। यह निमोनिया का शानदार घरेलू इलाज है।

संक्रमण से निपटने के लिये, ताजे अदरक के टुकड़े या फिर अदरक के पाउडर को पानी में उबालकर, इसका सेवन करें। इसकी भाप भी बड़ी गुणकारी होती है। ऐसा करने से सामान्य फ्लू के लक्षण बहुत ही जल्दी गायब हो जाते हैं।

20. कई स्किन प्रोब्लम्स भी दूर करता है अदरक

Ginger can Help in Many Skin Problems in Hindi: क्या आप जानते हैं अदरक आपकी त्वचा को पोषण देकर उसकी रंगत को निखार सकता है और रुखी-सूखी बेजान सी त्वचा को जवां बना सकता है? आप शायद यकीन ना करें, लेकिन ऐसा संभव है। अदरक का सेवन करने से त्वचा पर रौनक आती है और उसकी चमक बढती है। इसके लिये सुबह के समय खाली पेट, अदरक के रस का शहद के साथ सेवन करें।

अदरक के रस से फुंसियों, दाग-धब्बों और कील-मुहांसों से भी छुटकारा पाया जा सकता है। क्योंकि इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीसेप्टिक और एंटीफंगल तत्व होते हैं जो त्वचा को साफ़ रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा अदरक में उपस्थित एंटीऑक्सिडेंटस, एजिंग के लक्षणों को कम करते हैं, झुर्रियों को कम करते हैं और त्वचा में कसाव लाते हैं। नतीजन आपका चेहरा हमेशा जवां और खिला-खिला दिखता है।

Ginger Rejuvenates Your Skin in Hindi: सच कहा जाय तो एक कुदरती रूपनिखार के रूप में अदरक की क्षमता संदेह से परे है। इसके टोनिंग गुणों के कारण, इससे एक प्रभावशाली फेस मास्क भी तैयार किया जा सकता है। इसके लिये आप एक चम्मच अदरक के रस में, एक चम्मच नींबू का रस और शहद मिलाकर कुछ देर के लिये ठंडा होने रख दें, ताकि इसमें नमी की मात्रा बढ़ जाय।

फिर इसे अपने चेहरे और त्वचा पर लगायें। जब यह सूख जाय, तो इसे पानी से धोकर साफ़ कर लें। अगर आप अदरक के इस गुण से लाभ उठाना चाहते हैं तो आज ही अदरक के जूस का नियमित रूप से इस्तेमाल करना शुरू कर दीजिये और फिर इसके चमत्कार देखिये।

21. बालों को घना और चमकदार बनाता है अदरक

Ginger Promotes Development of Shiny Hair in Hindi: चूँकि अदरक में बालों को चमक प्रदान करने वाले कई विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं, इसीलिये अगर आप भी लम्बे, घने और लहलहाते बाल देखना चाहते हैं, तो अदरक के जूस का नियमित रूप से इस्तेमाल करें। फिर चाहें आप इसे पियें या फिर सिर की त्वचा पर लगायें। इसके लिये या तो आप ताजे अदरक का रस निकालें या फिर अदरक के तेल से मालिश करें।

इससे न केवल बालों का गिरना कम होगा, बल्कि रूसी से भी छुटकारा मिलेगा। चूँकि अदरक सिर की त्वचा के अन्दर रक्त संचार बढाता है और बालों के सूक्ष्म रोमकूपों (हेयर फोल्लिकल) को पोषण देता है, इसीलिये बाल न सिर्फ बढ़ने लगते हैं, बल्कि उनमे मजबूती और चमक भी आने लगती है। अगर आपके बाल रूखे और बेजान भी रहते हैं, तो इस उपाय से आपके बालों की खोई चमक लौट सकती है।

बेहतर परिणामों के लिये अदरक के तेल को जैतून या जोजोबा ऑइल में मिक्स करके फिर बालों की मालिश करें और कुछ देर तक ऐसे ही रहने दें। इसके बाद इन्हें शैम्पू से धोकर सुखा लें। जरुरत पड़ने पर तिल का तेल भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

22. बुढ़ापे को दूर रखने में मददगार है अदरक

Ginger Delays Ageing Process in Hindi: अदरक में शक्तिशाली और प्रचुर एंटी-ऑक्सीडेंटस पाये जाते हैं। जो न सिर्फ शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालकर, त्वचा को जवां बनाये रखते हैं, बल्कि वक्त से पहले ही आ धमकने वाले बुढ़ापे को भी दूर रखते हैं। एक एंटी-एजिंग एजेंट के रूप में अदरक का उपयोग, बढती उम्र को थामने और बुढ़ापे में उभरने वाले अलझाईमर रोग को दूर रखने में किया जाता है।

इसके लिये आप या तो अदरक के रस को शहद के साथ खायें या फिर उसका पेस्ट बनायें। पेस्ट बनाने के लिये अदरक के पाउडर में, बराबर मात्रा में शहद और नींबू का रस मिलायें और अपने चेहरे पर लगायें। जब यह सूख जाय तो इसे धो लें। चिंता मत कीजिये, आपको यह भारी काम रोजाना करने की कोई जरुरत नहीं है। सिर्फ सप्ताह में दो या तीन-बार ही ऐसा करें और खुद में फर्क देखें।

23. लीवर की सुरक्षा करता है अदरक

Ginger Protects Your Liver in Hindi: अदरक यकृत की सुरक्षा कर सकता है, क्योंकि इसमें यकृत की विषाक्तता (Hepatotoxicity) को रोकने की क्षमता होती है। अदरक लीवर को नुकसान पहुँचाने वाली खतरनाक कैडमियम पाइजनिंग से सुरक्षा करता है जो उचित मात्रा में कैडमियम खाने से हो सकती है। अदरक से निकलने वाला तेल, मोटापे के कारण पैदा होने वाली नॉन एलकोहल फैटी लीवर की बीमारी से भी सुरक्षा प्रदान करता है।

24. दस्त रोकने में भी मदद करता है अदरक

Ginger can Prevent Loose Motion in Hindi: अदरक दस्तों को रोकने में भी मदद कर सकता है, विशेषकर बैक्टीरिया से होने वाले डायरिया के उपचार में। इसके अलावा अदरक पेट की ऐंठन को कम करता है और गैस बनने से रोकता है। यह दोनों समस्याएँ दस्त की दिक्कत को और बढ़ा सकती हैं। इसके लिये अदरक के पाउडर को उबालकर काले नमक के साथ लें, लाभ होगा। चीन में तो हजारों सालों से दस्त को रोकने के लिये यह उपाय एक घरेलू इलाज के रूप में इस्तेमाल हो रहा है।

Wonderful Benefits of Ginger in Hindi with Images

25. कैंसर जैसे जानलेवा रोग का दुश्मन है अदरक

Ginger Thwarts Off Cancer in Hindi: अदरक कैंसर जैसे जानलेवा रोग का दुश्मन है। क्योंकि इसमें उपस्थित शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंटस, न सिर्फ कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि रोकते हैं, बल्कि उन्हें खत्म करने में भी सहायक हैं। अदरक में कई प्रकार के कैंसर को रोकने की क्षमता होती है, जिनमे स्तन कैंसर, ओवरी कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, बड़ी आंत का कैंसर, पेट का कैंसर और त्वचा का कैंसर जैसे प्रचलित कैंसर प्रकार शामिल हैं।

अदरक के यह एंटी-कैंसर गुण, कच्चे अदरक में पाए जाने वाले 6-जिंजरोल नामक तत्व की वजह से हैं, जो इसमें काफी ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। मिनेसोटा विश्वविद्यालय में हुए एक अध्ययन में, वैज्ञानिकों ने पाया है कि अदरक, कोलोरेक्टल कैंसर (Colorectal cancer) की कोशिकाओं के विकास को धीमा कर देता है। इसीलिये यह बड़ी आंत के कैंसर से बहुत हद तक बचाव कर सकता है।

अदरक का नियमित सेवन करने वाले लोगों की बड़ी आंत की माँसपेशियों में सूजन की शिकायत कम ही देखने को मिलती है। इससे कब्ज की समस्या में भी लाभ होता है। मिशिगन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने कुछ ऐसा ही निष्कर्ष अंडाशय के कैंसर (ओवरी के कैंसर) के संबंध में भी निकाला है।

एक अन्य शोध के अनुसार अदरक, स्तन कैंसर की कोशिकाओं की वृद्धि को रोकने में मदद करता है। समय-समय पर हुए अन्य अध्ययनों का निष्कर्ष भी यही है कि अदरक के अंदर उपस्थित कैंसर रोधी गुण, गर्भाशय कैंसर, पैंक्रियास के कैंसर और फेफड़ों के कैंसर से भी बचाते हैं।

अदरक के एंटी कैंसर एजेंट्स (जिंजरोल), एपोप्‍टोसिस (Apoptosis) के माध्यम से, ट्यूमर और कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं। इसके अतिरिक्त अदरक के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण, कीमोथैरेपी के बाद दिखने वाली उल्टी और मितली की शिकायत को भी दूर करते हैं।

प्रिय मित्र, उम्मीद है आपको आर्टिकल काफी अच्छा लगा होगा। हमने इस लेख को लिखने में अपना काफी वक्त लगाया है। कितना अच्छा हो अगर आप भी अपना थोडा सा सहयोग हमें दें और इस लेख को सोशल मिडिया पर शेयर करें। हमें बस आपके दो मिनट चाहियें। उम्मीद है आप इंकार नहीं करेंगे।