Last Updated on October 2, 2021 by Jivansutra

50 Amazing Facts about Human Blood in Hindi

 

“रक्त एक शारीरिक द्रव है जो हमारे शरीर के अन्दर, हर समय रक्त वाहिनियों से प्रवाहित होता रहता है। यह लाल रंग का गाढ़ा, कुछ चिपचिपा और एक जीवित उतक है जो मनुष्य के साथ-साथ अन्य सजीव प्राणियों के जीवित रहने के लिये भी अनिवार्य है। एक स्वस्थ और व्यस्क मनुष्य के शरीर में लगभग 5.5 लीटर खून होता है।”

 

50 Amazing Facts about Human Blood in Hindi
मानव जीवन का आधार है रगों में दौड़ता लहू

आज विश्व रक्तदान दिवस अर्थात World Blood Donor Day है। हर साल, 14 जून का दिन संसार के सभी देश, रक्तदान दिवस के रूप में मनाते हैं, ताकि सुरक्षित रक्त की महत्ता के प्रति सभी को जागरूक किया जा सके। इसके अतिरिक्त यह रक्तदानियों के स्वैच्छिक जीवन रक्षक उपहार (रक्त) के प्रति आभार प्रकट करने का भी दिन है। लोगों को रक्तदान के प्रति प्रेरित करने के लिये सन 2004 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस दिवस का शुभारंभ किया था।

आम तौर पर ज्यादातर लोगों को शरीर के अंगों और उनकी क्रियाविधि के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं होती है, जिसके कारण वे अक्सर बीमार पड़ जाते हैं। चिकित्सक शरीर संबंधी इस अनभिज्ञता को भी बीमार पड़ने के मुख्य कारणों में से एक मानते हैं। चूँकि सारे शरीर का पोषण Blood से ही होता है, इसीलिये रक्त के संबंध में पर्याप्त जानकारी होनी भी प्रत्येक व्यक्ति के लिये आवश्यक है।

खून में कोई भी खराबी होने पर या शरीर में रक्त की कमी होने पर व्यक्ति को बीमार होते देर नहीं लगती। इसीलिये Blood Facts in Hindi में आज हम रक्त से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य दे रहे हैं, ताकि सभी व्यक्ति जीवन आधार रुपी इस रक्त की महत्ता को समझकर अपने और दूसरों के स्वास्थ्य को उत्तम बना सकें।

जीवनसूत्र पर Blood से संबंधित जानकारी का सबसे बड़ा कलेक्शन उपलब्ध है, जिसे हमने 10 भागों में बाँटा है। इन्हें आप नीचे दिये जा रहे लिंक के माध्यम से पढ़ सकते हैं –

Structure of The Human Blood in Hindi

मानव रक्त की संरचना, मात्रा और गुणधर्म

1. मानव रक्त (Human Blood), धमनियों, शिराओं और केशिकाओं में प्रवाहित होने वाला एक जीवित ऊतक है जो गाढ़ा, कुछ चिपचिपा, तथा लाल रंग का होता है। यह शारीरिक द्रव्यों को जोड़ने वाला उतक है, क्योंकि यह लगातार शरीर में एक छोर से दूसरे छोर तक प्रवाहित होता रहता है और दूर स्थित उतकों को, एक-दूसरे से हर समय Communicate करने में मदद करता है।

2. रक्त, प्लाज्मा और रक्त कणों से मिलकर बनता है। प्लाज्मा वह निर्जीव तरल माध्यम है जिसमें रक्त कोशिकाएँ (Blood Cells) तैरती रहती हैं। यह साफ, पीले-धूसर रंग का और पानी की तरह प्रवाहित होने वाला द्रव्य है। रक्त का 55 प्रतिशत भाग प्लाज्मा होता है, बाकी का 45 प्रतिशत भाग रक्त के मूल अंश, रक्त कोशिकाओं से मिलकर बना होता है।

3. मानव शरीर में उसके वजन के अनुसार करीब पाँच से छह लीटर रक्त (प्रति किलोग्राम भार पर 78 से 97 घन सेंटीमीटर) उपस्थित रहता है। एक व्यस्क पुरुष में औसतन 5.6 लीटर और व्यस्क स्त्री के अन्दर औसतन 4.5 लीटर Blood होता है। एक नवजात शिशु के शरीर में एक कप यानि 250 मिली खून होता है।

4. शरीर के कुल भार का 7 प्रतिशत भाग मानव रक्त होता है। अर्थात एक 70 किग्रा वजन वाले व्यक्ति के शरीर में लगभग 5.6 लीटर Blood होता है। हालाँकि यह अनुपात स्त्रियों में कम, मगर बच्चों में ज्यादा होता है और धीरे-धीरे तब तक कम होता जाता है, जब तक कि व्यक्ति व्यस्क नहीं हो जाता।

5. रक्त का औसत घनत्व (Average Blood Density), लगभग 1060 किग्रा/घन मी होता है जो शुद्ध जल के घनत्व 1000 किग्रा/घन मी के बेहद नजदीक है।

Blood in Hindi रक्त से जुड़े अद्भुत तथ्य

6. शरीर के विभिन्न अंगों में रक्त प्रवाह की दर (Blood Flow Rate) भी काफी अलग-अलग होती है। जैसे हमारे Liver को सबसे ज्यादा ब्लड की सप्लाई (आपूर्ति) होती है। यकृत में औसत रक्त प्रवाह लगभग 1350 मिली/मिनट होता है। जबकि Kidney और Brain दूसरे और तीसरे नंबर के सबसे ज्यादा रक्त आपूर्ति हासिल करने वाले अंग हैं, जिनसे होने वाला औसतन रक्त प्रवाह क्रमश, 1100 मिली/मिनट और 700 मिली/मिनट है।

7. रक्त कुछ क्षारीय होता है, क्योंकि इसका pH मान 7.35 से 7.45 होता है। आयुर्वेद के अनुसार उत्तम स्वास्थ्य के लिये, रक्त क्षारीय ही होना चाहिये। जब कभी Blood में अम्लीयता बढ़ने लगती है, तो यह अनेक स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म देता है। जानकारी के लिये बता दें कि 7.45 से ऊपर का pH मान बहुत क्षारीय और 7.35 से नीचे का pH मान बहुत ज्यादा अम्लीय माना जाता है।

8. हमारा लहू शरीर की जिन रक्त वाहिनियों से प्रवाहित होता है, उनकी लम्बाई इतनी है कि उससे धरती को 2.5 बार लपेटा जा सकता है। जानकारी के लिये बता दें कि धरती की परिधि 40 हजार किमी है। निःसंदेह अद्भुत है मानव शरीर!

9. रक्त कोशिकाओं को पूरे शरीर का चक्कर लगाने में केवल 30 सेकेण्ड लगते है, क्योंकि एक मिनट में शरीर का सम्पूर्ण रक्त, दिल से शरीर की प्रत्येक कोशिका तक जाकर, वापिस दिल में ही लौट आता है।

10. एक व्यस्क व्यक्ति के शरीर की रक्त वाहिनियों की कुल लम्बाई लगभग 125,000 किमी तक हो सकती है और Blood एक मिनट में ही यह दूरी तय कर लेता है।

Blood Cells in Hindi रक्त कोशिकाओं से जुडी जरुरी बातें

11. एक अनुमान के अनुसार मानव शरीर की समस्त कोशिकाओं का एक चौथाई हिस्सा लाल रक्त कोशिकाएँ होती हैं। किसी व्यस्क मनुष्य के शरीर के अन्दर हर समय लगभग 42 से 61 खरब लाल रक्त कोशिकाएँ उपस्थित रहती हैं। इनकी तुलना में श्वेत रक्त कोशिकाओं की संख्या कम (4 अरब से 11 अरब) ही होती है। जबकि एक लीटर रक्त में 2 ख़रब से 5 खरब प्लेटलेट्स होती हैं।

12. एक व्यस्क मानव शरीर में हर सेकेण्ड लगभग 20 लाख लाल रक्त कोशिकाओं की मौत हो जाती है। इनकी भरपायी करने के लिये बोन मेरो, लगभग इतनी ही कोशिकाएँ हर सेकेण्ड उत्पन्न करती है, ताकि वह मृत कोशिकाओं का स्थान ले सके।

13. गुरुत्व या अपकेन्द्रीय बल के माध्यम से Blood को बहुत तेजी से घुमाकर, इससे प्लाज्मा और रक्त कणिकाओं को अलग किया जा सकता है। चूँकि रक्त कोशिकाएँ, प्लाज्मा की तुलना में ज्यादा भारी होती हैं, इसीलिये वह किसी भी सैंपल में नीचे बैठ जाती हैं।

14. एक बूंद खून में 10,000 श्वेत रक्त कोशिकाएँ और 250,000 प्लेटलेट्स होती है।

15. हमारी रक्त वाहिनियों (Blood Vessels) में, खून 400 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार से दौड़ता है।

Types of Human Blood Cells in Hindi

रक्त कोशिकाओं के प्रकार: लाल रक्त कोशिकाएँ

16. खून में उपस्थित रक्तकण या रक्त कोशिकाएँ, तीन प्रकार की होती हैं – लाल रक्त कणिकाएँ (Red Blood Cells), श्वेत रक्त कोशिकाएँ (White Blood Cells) और प्लैटलैट्स (Platelets)। यह तीनों शरीर में अलग-अलग कार्य करती हैं।

17. लाल रक्त कोशिकाएँ, श्वसन अंगों से आक्सीजन ले कर सारे शरीर में पहुंचाने का और कार्बन डाईआक्साईड को शरीर से श्वसन अंगों तक ले जाने का काम करती है। मानव रक्त में इनकी कुल हिस्सेदारी 40 प्रतिशत होती है। इन्हें एरिथ्रोसाईटस (Erythrocytes) भी कहते हैं।

18. लाल रक्त कणिकाओं का जीवनकाल औसतन 120 दिनों का होता है। इसके बाद इसकी कोशिकाएं तिल्ली (प्लीहा) में टूटती रहती हैं। लेकिन इसके साथ-साथ अस्थि मज्जा यानि बोन मैरो में इसका उत्पादन भी होता रहता है।

19. बनने और टूटने की यह क्रिया एक निश्चित अनुपात में होती रहती है, जिससे शरीर में Blood की कमी नहीं होने पाती। लाल रक्त कोशिकाओं की कमी से खून की कमी या रक्ताल्पता (एनिमिया) का रोग हो जाता है।

White Blood Cells in Hindi श्वेत रक्त कोशिकाएँ

20. श्वेत रक्त कोशिकाएँ (White Blood Cells), शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (Body’s Immune System) का महत्वपूर्ण अंग हैं। यह हानिकारक तत्वों तथा संक्रमण पैदा करने वाले जीवाणुओं और विषाणुओं से शरीर की रक्षा करती हैं। इन्हें ल्यूकोसाईटस (Leukocytes) कहते हैं।

21. यह भी बॉन मैरो में ही पैदा होती हैं और शरीर में एक दिन से लेकर 30 दिन तक जिन्दा रहती हैं। हमारे शरीर में कई तरह की श्वेत रक्त कोशिकाएँ होती हैं और हर एक का एक विशेष काम होता है।

22. कुछ कोशिकाएँ ज्यादातर बैक्टीरिया पर आक्रमण करके उन्हें खा जाती हैं, जबकि कुछ शरीर की मृत कोशिकाओं को दूर करने और परजीवियों तथा घुसपैठियों को मारने के काम में लगी रहती हैं।

23. चूँकि प्लेटलेट्स और लाल रक्त कोशिकाएँ निरंतर समाप्त होती रहती हैं, इसीलिये बोन मैरो में इनका उत्पादन लगातार होता रहता है।

Blood Platelets in Hindi रक्त प्लेटलेट्स

24. प्लेटलेट्स, रक्त वाहिनियों की सुरक्षा करने तथा खून बनाने में सहायक होते हैं। इन्हें थ्रोम्बोसाईटस (Thrombocytes) कहते हैं। इनका निर्माण भी बॉन मेरो में ही होता है और मरने से पहले यह लगभग 6 दिन तक जिन्दा रहती हैं। इनका मुख्य काम है – रक्त को जमाना और इसके थक्के बनाना।

25. जब शरीर में कोई चोट लगती है या घाव हो जाता है, तो प्लेटलेट्स खून को गाढ़ा करके चोट से रिस रहे Blood को बहने से रोकती हैं। ऐसा करने से कुछ ही देर में ब्लीडिंग रुक जाती है। जब घाव ठीक हो जाता है तब थक्का घुल जाता है और रक्त प्रवाह द्वारा, दूसरे वेस्ट प्रोडक्ट की ही तरह बाहर निकाल दिया जाता है।

26. दान की हुई लाल रक्त कोशिकाएँ 42 दिन से ज्यादा जीवित नहीं रहती हैं। वहीँ दान की हुई प्लेटलेट्स सिर्फ 5 दिन तक जिन्दा रह पाती हैं, लेकिन दान किया हुआ प्लाज्मा जमाकर एक साल तक सुरक्षित रखा जा सकता है।

Functions of The Blood in Hindi with Images

शरीर में बेहद महत्वपूर्ण कार्य करता है मानव रक्त

27. रक्त ही शरीर के अंगों की अशुद्धि दूर करता है। चयापचय की प्रक्रिया के दौरान, शरीर के भीतर पैदा होने वाले विषैले तत्वों को दूर करने का कार्य भले ही त्वचा, यकृत और गुर्दे करते हों, लेकिन इस जहर को कोशिकाओं से इन तक पहुँचाने का काम Blood ही करता है। मानव शरीर में Blood के कई कार्य हैं, जिनमे से मुख्य हैं –

28. आक्सीजन को फेफड़ों से ऊतकों तक पहुँचाना और कार्बन डाई ऑक्साइड को उतकों से लेकर फेफड़ों के माध्यम से शरीर से बाहर निकालना।

29. कोशिकाओं द्वारा उत्पन्न होने वाले यूरिया और लैक्टिक अम्ल जैसे बेकार और हानिकारक पदार्थों को उत्सर्जी अंग जैसे किडनी आदि के माध्यम से बाहर करना।

30. एंटीबाडी जैसे सुरक्षा प्रहरियों के माध्यम से संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करना तथा रोगोत्पादक जीवाणुओं का नाश कर इनसे शरीर की रक्षा करना।

31. शारीरिक उतकों और अवयवों के बीच संदेशवाहक का कार्य करना, जैसे अंतःस्रावी ग्रंथियों द्वारा उत्पन्न हार्मोन्स को उनके लक्ष्य तक पहुँचाना।

32. ग्लूकोस, अमीनो अम्ल और वसा अम्ल जैसे पोषक तत्वों को पाचन संस्थान से शरीर के प्रत्येक टिश्यू तक पहुँचाना।

33. सक्रिय उतकों में उत्पन्न ऊष्मा को दूसरे कम क्रियाशील उतकों में, हस्तांतरित करते हुए शरीर का ताप नियंत्रित करना।

34. थक्कों के द्वारा स्वयं को जमाने में सहायता करना, ताकि क्षतिग्रस्त रक्त वाहिनियों से ब्लीडिंग कम से कम हो।

35. शरीर के एक अंग से दूसरे अंग तक जल का वितरण करना तथा लवण और क्षार का संतुलन बनाए रखना।

36. शरीर का पी. एच नियंत्रित करना।

Blood in Hindi रक्त के कुछ अन्य कार्य

37. हमारा Blood, हाइड्रोलिक प्रक्रिया (Hydraulic Function) भी संपन्न करता है। इसमें शरीर के कुछ स्पेशल टिश्यूओं को फुलाने के लिये रक्त प्रवाह को रोक दिया जाता है, जिससे वह टिश्यू उत्तेजित या खड़ा हो जाता है। इस प्रकार के इरेक्टाइल टिश्यू, मानव लिंग (Human Penis) और योनि की भगनासा या क्लिटोरिस में होते हैं।

38. रक्त के pH मान, ऑक्सीजन और कार्बन डाई ऑक्साइड के आंशिक रक्त दाब, और बाई कार्बोनेट के स्तर पर कई प्रक्रियाओं के माध्यम से नजर रखी जाती हैं। हमारा मस्तिष्क, श्वसन तंत्र तथा उत्सर्जन तंत्र के माध्यम से अम्ल-क्षार संतुलन पर हर समय नजर बनाये रखता है।

39. दिल के लगातार पम्प करने के कारण रक्त, रक्त वाहिनियों (Blood Vessels) के अन्दर हमेशा गतिशील अवस्था में रहता है। इसका सतत प्रवाह, शरीर की कोशिकाओं के लिये आवश्यक जरुरी वातावरण का निर्माण करता है।

40. यूँ तो रक्त का जमना (Blood Clotting) अच्छा होता है, लेकिन यह घातक भी हो सकता है। अगर Blood, दिल की रक्त वाहिनियों में जमने लगे, तो इन्सान को दिल का दौरा पड़ सकता है। इसी तरह अगर खून का थक्का मस्तिष्क में जम जाय, तो इससे भी स्ट्रोक आ सकता है।

Blood in Hindi शरीर की ऊष्मा नियंत्रित रखता है रक्त

41. थर्मोरेगुलेशन (Thermoregulation) की प्रक्रिया द्वारा रक्त परिसंचरण तंत्र (Blood Circulatory System), सम्पूर्ण शरीर में आवश्यक ऊष्मा का ट्रान्सफर करता है। गर्म मौसम में या ज्यादा एक्सरसाइज करने के दौरान सतह पर रक्त प्रवाह बढ़ जाता है, जिससे त्वचा गर्म होती है और ऊष्मा का तेजी से क्षय होता है।

42. वहीँ दूसरी ओर जब बाहर का तापमान कम होता है तो बाहरी अंगों और त्वचा की सतह की ओर रक्त प्रवाह घट जाता है, ताकि ऊष्मा क्षय कम से कम हो और यह शरीर के अंदरूनी महत्वपूर्ण अंगों की ओर प्रवाहित होता है।

43. जब किसी व्यक्ति की ठण्ड लग जाती है, तो उसकी नाक में उपस्थित रक्त वाहिनियों में रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है। ऐसा नाक को गर्म रखने के लिये होता है। इस कारण से रक्त वाहिनियाँ ढीली पड़ जाती हैं और म्यूकस का उत्पादन बढ़ जाता है, जिसकी वजह से नाक बहने लगती है।

Amazing Facts about Human Blood in Hindi

क्या आप खून से जुड़े इन अद्भुत तथ्यों के बारे में जानते हैं

44. अगर आप सोचते हैं कि रक्त की पहचान सिर्फ इन्सान ही कर सकते हैं, तो आप गलत हैं, क्योंकि मच्छर भी अपनी पसंद के खून की पहचान करना जानते हैं। एक अध्ययन में पाया गया है कि मच्छर दूसरे ब्लड ग्रुप की तुलना में, O ग्रुप के लोगों का Blood पीना ज्यादा पसंद करते हैं।

45. लहू के बिना, शरीर का कोई भी अंग 5 से 10 मिनट तक भी जिन्दा नहीं रह सकता है। यदि मस्तिष्क की कोशिकाओं को 5 मिनट भी Blood न मिले, तो यह बहुत तेजी से नष्ट होने लगती हैं।

46. ज्यादातर लोग मच्छरों को एक बेहद छोटा और निर्बल प्राणी समझते हैं, पर वास्तव में ऐसा नहीं है, क्योंकि 12 लाख मच्छर एक ही घूँट में आपके शरीर का सारा खून पी सकते हैं।

47. रक्त का एक अद्भुत गुण यह भी है कि इसके दाग आसानी से नहीं छूटते। यही कारण है कि मूल अमेरिकी लोग, कभी-कभी Blood को पेंट के रूप में भी इस्तेमाल करते थे।

48. पहला सफल ब्लड ट्रांसफ्यूज़न (रक्त हस्तांतरण) इंसानों के बीच नहीं, बल्कि कुत्तों के बीच सन 1660 के आस-पास हुआ था।

49. दुनिया का सबसे पहला ब्लड बैंक, सन 1936 में शिकागो में खुला था।

Blood in Hindi खून से जुडी विचित्र बातें

50. ज्यादातर लोग सोचते हैं कि Blood, मानव शरीर के प्रत्येक हिस्से में पाया जाता है। पर शरीर का एक हिस्सा ऐसा भी है जो रक्त से ऑक्सीजन हासिल करने के बजाय, इसे सीधे वातावरण से ही ग्रहण करता है और यह है – आँख का कार्निया।

51. जहां स्वस्थ व्यक्ति का Blood किसी की जान बचा सकता है, वहीं रोगी व अस्वस्थ व्यक्ति का खून किसी के लिये जानलेवा भी साबित हो सकता है।

52. औसत रक्त दाब (Average Blood Pressure) हर व्यक्ति के लिये अलग-अलग हो सकता है, लेकिन इसकी स्टैण्डर्ड वैल्यू है 112/64 मिमी पारा।

53. रक्त परिसंचरण तंत्र (Blood Circulatory System) की पहली बार व्याख्या करने का श्रेय, विलियम हार्वे को जाता है।

54. हमारे गुर्दे, हर रोज लगभग 1800 लीटर (400 गैलन) रक्त छानते हैं।

Blood in Hindi सोना भी मिलता है रक्त में

55. शरीर से निकलने वाली पस या मवाद को देखकर हर कोई घृणा से मुँह फेर लेता है। पर क्या आप जानते हैं यह पस और कुछ नहीं, बल्कि वह श्वेत रक्त कोशिकाएँ हैं जो आपके शरीर की संक्रमण से सुरक्षा करते समय मर जाती हैं।

56. इंसानों का दिल तो कृत्रिम बनाया जा सकता है, लेकिन रक्त का कोई विकल्प नहीं है। कृत्रिम रक्त (Artificial Blood) जैसी कोई चीज आज तक नहीं बन पायी है।

57. मानव रक्त बेहद कीमती है, पर क्या आप जानते हैं कि प्रिंटर की स्याही, इन्सान के खून से भी ज्यादा महंगी है।

58. हमारे शरीर में 0.2 मिग्रा सोना होता है और इस सोने का ज्यादातर अंश, हमारे Blood में ही पाया जाता है।

“खून को जीवन रक्षक द्रव्य (Life Saving Fluid) कहा जाता है, क्योंकि शरीर का प्रत्येक अंग, इसकी प्रत्येक कोशिका अपने पोषण, उर्जा और शुद्धि के लिये रक्त पर ही निर्भर है।”

प्रिय मित्र, उम्मीद है आपको आर्टिकल काफी अच्छा लगा होगा। हमने इस लेख को लिखने में अपना काफी वक्त लगाया है। कितना अच्छा हो अगर आप भी अपना थोडा सा सहयोग हमें दें और इस लेख को सोशल मिडिया पर शेयर करें। हमें बस आपके दो मिनट चाहियें। उम्मीद है आप इंकार नहीं करेंगे।